Hindi Newsविदेश न्यूज़Iran rejects European leaders call to refrain from any retaliatory attacks on Israel

किसी की इजाजत नहीं चाहिए, इजरायल को देंगे जवाब- ईरान ने पश्चिमी देशों के नेताओं को दिखाया आईना

  • तेहरान में घुसकर हमास नेता इस्माईल हानियेह की हत्या के बाद ईरान इजरायल पर तिलमिलाया हुआ है। इजरायल को सजा भुगतने की धमकी देने के बाद ईरान ने खुली चुनौती दे दी है। इस बीच यूरोपीय देशों के कुछ नेताओं ने ईरान से शांति बनाए रखने की अपील की थी जिसे ईरान ने ठुकरा दिया है।

Jagriti Kumari एपीTue, 13 Aug 2024 04:43 PM
share Share

तेहरान में घुसकर हमास नेता इस्माईल हानियेह की हत्या के बाद ईरान इजरायल पर तिलमिलाया हुआ है। इजरायल को सजा भुगतने की धमकी देने के बाद ईरान ने खुली चुनौती भी दे दी है। इस बीच यूरोपीय देशों के कुछ नेताओं ने ईरान से शांति बनाए रखने की अपील की थी जिसे ईरान ने ठुकरा दिया है। तीन यूरोपीय देशों के प्रमुख ने ईरान से किसी भी जवाबी हमले से बचने की मांग की थी। उनका कहना था कि इससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने सोमवार को एक संयुक्त बयान जारी कर इजराइल-हमास युद्ध को खत्म करने का प्रयास कर रहे कतर, मिस्र और अमेरिका के प्रति समर्थन जताया था। यूरोपीय नेताओं ने हमास के बंधक बनाए गए कई लोगों की वापसी और मानवीय सहायता को बिना रोक टोक के पहुंचने देने की भी अपील की थी। वहीं उन्होंने ईरान और उसके सहयोगियों से कहा है कि वे जवाबी कार्रवाई से बचने की कोशिश करे।

हालांकि ईरान ने इन मांगों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। खबरों के मुताबिक ईरान के राष्ट्रपति ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री से कहा है कि तेहरान इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई को अपना अधिकार मानता है और यह भविष्य में आक्रामकता को रोकने का सही तरीका है। पेजेशकियन ने सोमवार देर रात प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ फोन पर बातचीत में कहा कि गाजा में अमानवीय अपराध और मिडिल ईस्ट में दूसरे जगहों पर इजरायली हमलों के बारे में पश्चिम देशों की चुप्पी गैर-जिम्मेदाराना थी और इसने इजरायल को क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा को जोखिम में डालने के लिए और प्रोत्साहित किया है। गौरतलब है कि ईरान इजरायल को मान्यता नहीं देता है और हमास और लेबनान के हिजबुल्लाह सहित इजरायल विरोधी आतंकवादी समूहों का समर्थन भी करता है।

ऐसी मांगों में कोई राजनीतिक तर्क नहीं- ईरान

वहीं ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने मामले पर बातचीत करते हुए कहा कि इस मांग का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा, "ऐसी मांगों में कोई राजनीतिक तर्क नहीं है। ये अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों और नियमों के पूरी तरह खिलाफ है।"

किसी से इजाजत लेने की जरूरत नहीं- पेजेशकियन

देश के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ईरान अपने अधिकारों की रक्षा के बारे में खुद फैसला लेने में सक्षम है और तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानियेह की हत्या पर जवाबी कार्रवाई करने के लिए उसे किसी से इजाजत लेने की जरूरत नहीं है। ईरान के राष्ट्रपति ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री से कहा कि जवाबी कार्रवाई करना देश का अधिकार है।

 

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें