परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब ईरान, हासिल कर लिया यूरेनियम? खास प्रस्ताव लाने की तैयारी में यूरोपीय देश
- ईरान का कहना है कि वह केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु कार्यक्रम चला रहा है। हालांकि, पश्चिमी खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ईरान के पास अब इतना यूरेनियम है कि वह कई परमाणु हथियार बना सकता है।
ईरान और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। ईरान ने फ्रांस, जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम (E3) द्वारा IAEA बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में नए प्रस्ताव लाने के प्रयासों की कड़ी निंदा की है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने इस कदम को सकारात्मक माहौल के खिलाफ बताया। उन्होंने अपने फ्रांसीसी समकक्ष जीन-नोएल बारोट से फोन पर बातचीत में कहा कि यह प्रस्ताव स्थिति को और अधिक जटिल बना देगा।
क्या है मामला?
IAEA के प्रमुख राफेल ग्रोसी ने हाल ही में ईरान का दौरा किया। इस दौरे के दौरान ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर सभी संदेहों को दूर करना चाहता है। इसके तहत ईरान ने IAEA को यह प्रस्ताव दिया कि वह अपने 60% संवर्धित यूरेनियम (Enriched Uranium) के भंडार को 185 किलोग्राम तक सीमित करेगा। लेकिन, यूरोपीय देश (फ्रांस, जर्मनी और यूके) इस बात पर जोर दे रहे हैं कि ईरान की इन प्रतिबद्धताओं की पुष्टि और निगरानी के लिए एक नया प्रस्ताव लाया जाए। लीक हुई रिपोर्टों के अनुसार, वैश्विक निगरानी संस्था ने कहा है कि ईरान ने उच्च संवर्धन (90% - जो हथियार बनाने के लिए आवश्यक है) की दिशा में आगे बढ़ने के कदमों को रोकने की तैयारी शुरू कर दी है।
ईरान का रुख
ईरान का कहना है कि वह केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए परमाणु कार्यक्रम चला रहा है। हालांकि, IAEA और पश्चिमी खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ईरान के पास अब इतना संवर्धित यूरेनियम है कि वह कई परमाणु हथियार बना सकता है। विदेश मंत्री अरागची ने चेतावनी दी है कि अगर E3 देशों ने IAEA बैठक में प्रस्ताव पारित किया, तो ईरान इसके खिलाफ "उचित प्रतिक्रिया" देगा।
क्या है यूरोपीय देशों की चिंता?
संवर्धित यूरेनियम का भंडार:
ईरान का 60% संवर्धित यूरेनियम हथियार बनाने के करीब है। पश्चिमी देशों को चिंता है कि यह भंडार परमाणु हथियार बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
क्षेत्रीय और वैश्विक तनाव
ईरान पर आरोप है कि उसने रूस को यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए बैलिस्टिक मिसाइलें प्रदान की हैं। इसके अलावा, गाजा और यूक्रेन युद्ध के बीच बढ़ते तनाव ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
चीन और रूस का समर्थन
चीन और रूस ने पहले भी ईरान के खिलाफ IAEA में प्रस्तावों का विरोध किया है। वे 2020, 2022 और जून 2024 के प्रस्तावों के खिलाफ वोट कर चुके हैं।
ईरान की चेतावनी
ईरान ने साफ किया है कि अगर उसके खिलाफ कोई प्रस्ताव पारित होता है, तो वह अपनी नीति पर पुनर्विचार कर सकता है। इसमें यह भी शामिल है कि वह परमाणु हथियारों के निर्माण की ओर बढ़ सकता है, खासकर अगर इजरायल और अन्य से खतरा बढ़ता है।
IAEA में यूरोपीय देशों द्वारा प्रस्ताव लाने की योजना और ईरान की प्रतिक्रिया वैश्विक स्तर पर बढ़ते तनाव की ओर इशारा करती है। जबकि ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर IAEA से सहयोग का संकेत दिया है, तो वहीं यूरोपीय देशों की मांग और अमेरिकी दबाव इसे और जटिल बना रहे हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि IAEA की आगामी बैठक में इस प्रस्ताव पर क्या फैसला होता है और इसका क्षेत्रीय और वैश्विक राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है।
उच्च संवर्धित यूरेनियम (High-Enriched Uranium) का मतलब क्या है?
संवर्धित यूरेनियम (Enriched Uranium):
यूरेनियम एक प्राकृतिक रूप से मिलने वाला रेडियोधर्मी तत्व (Radioactive Elements) है, जिसका इस्तेमाल परमाणु ऊर्जा उत्पादन और परमाणु हथियार बनाने में किया जाता है। लेकिन प्राकृतिक यूरेनियम में उपयोगी आइसोटोप यूरेनियम-235 (U-235) की मात्रा बहुत कम (लगभग 0.7%) होती है। इसे उपयोगी बनाने के लिए संवर्धन (enrichment) की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें U-235 की सांद्रता (concentration) बढ़ाई जाती है।
उच्च संवर्धित यूरेनियम (HEU) क्या है?
उच्च संवर्धित यूरेनियम (High-Enriched Uranium) वह यूरेनियम है जिसमें U-235 की सांद्रता 20% या उससे अधिक हो। यह आमतौर पर दो मुख्य उपयोगों के लिए संवर्धित किया जाता है:
परमाणु हथियार
परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम को लगभग 90% या उससे अधिक तक संवर्धित करना पड़ता है। इसे हथियार-ग्रेड यूरेनियम (Weapons-Grade Uranium) कहते हैं।
न्यूक्लियर रिसर्च और इस्तेमाल
कुछ विशेष शोध रिएक्टरों और नौसेना के परमाणु पनडुब्बियों में 20%-90% तक संवर्धित यूरेनियम का इस्तेमाल किया जाता है।
उच्च संवर्धित और निम्न संवर्धित यूरेनियम में अंतर
निम्न संवर्धित यूरेनियम (Low-Enriched Uranium - LEU): इसमें U-235 की सांद्रता 20% से कम होती है और यह आमतौर पर परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में इस्तेमाल होता है।
उच्च संवर्धित यूरेनियम (High-Enriched Uranium - HEU): इसमें U-235 की सांद्रता 20% से अधिक होती है और इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से सैन्य और रिसर्च उद्देश्यों के लिए होता है।
सुरक्षा चिंताएं
उच्च संवर्धित यूरेनियम का निर्माण और भंडारण सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकता है, क्योंकि इसे परमाणु हथियार बनाने के लिए आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय (जैसे IAEA) उच्च संवर्धित यूरेनियम पर निगरानी और नियंत्रण रखने की कोशिश करता है। उच्च संवर्धित यूरेनियम तकनीकी और रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके दुरुपयोग की संभावनाएं इसे एक संवेदनशील मुद्दा बनाती हैं।
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