जहां दफन हुआ हसन नसरल्लाह, 2 दिन बाद भी सुलग रहा मलबा; बुलडोजर से शवों की तलाश
- Hassan Nasrallah assassination: हसन नसरल्लाह का शव बरामद हो चुका है लेकिन यहां तबाही का मंजर इतना भयावह है कि भीषण हमले के दो दिन बाद भी मलबा सुलग रहा है और धुआं उठ रहा है। विस्फोट के बाद 100 फीट गहरा गड्ढा हो गया है।
Hassan Nasrallah assassination: लेबनान पर हवाई हमले में इजरायली सेना हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के नेता सैयद हसन नसरल्लाह की हत्या कर चुकी है। नसरल्लाह का शव भी बरामद हो चुका है, लेकिन यहां तबाही का मंजर इतना भयावह है कि हमले के दो दिन बाद भी मलबा सुलग रहा है और धुआं उठ रहा है। यहां इजरायली मिसाइलों ने कई ऊंचे अपार्टमेंट उड़ा दिए। हमले वाली जगह पर कंक्रीट के बड़े-बड़े स्लैब बिखरे पड़े हैं। विस्फोट के बाद 100 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। बचावकर्मियों को शव ढूंढने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
इज़रायली सेना ने कहा कि शुक्रवार रात दक्षिणी बेरूत उपनगर दहियाह में घनी आबादी वाले इलाके में हवाई हमला किया था। यहां नसरल्लाह अन्य नेताओं के साथ अंडरग्राउंड मीटिंग कर रहे थे। इजरायल ने यहां हमले में नसरल्लाह को मार डाला। इजरायली मिसाइलों ने इलाके में स्थित कई अपार्टमेंट को भी उड़ा दिए। हमला इतना भीषण था कि मलबा अभी भी सुलग रहा है।
नसरल्लाह करीब 32 साल से हिजबुल्लाह का नेतृत्व कर रहे थे। चरमपंथी संगठन ने हमले में नसरल्लाह के मारे जाने की पुष्टि कर दी है। नरसल्लाह ईरान के करीबी थे, इसलिए उनका मारा जाना हिजबुल्लाह के बराबर ईरान के लिए भी उतना ही बड़ा झटका है। नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह के नेता के तौर पर सबसे अधिक अवधि तक पद संभाला।
मलबे से अभी भी उठ रहा धुआं
एपी ने रिपोर्ट किया कि जिस स्थान पर नसरल्लाह की मौत हुई, वहां मलबे से अभी भी धुंआ उठ रहा है। स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर देखने की कोशिश की कि उनके घरों में कुछ बचा है या नहीं? कई लोगों ने मौके पर पहुंचकर प्रार्थनाएं भी की। वहीं, कुछ विनाश का मंजर देखने पहुंचे। हमले वाली जगह पर कंक्रीट के बड़े-बड़े स्लैब पड़े हैं। मलबे का ऊंचा ढेर लगा है। विस्फोट के बाद 100 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। बचावकर्मियों को शव ढूंढने के लिए बुलडोजर चलाना पड़ रहा है।
अब तक, घटनास्थल पर छह मौतों की पुष्टि की गई है। साथ ही दर्जनों लोग घायल हुए हैं, लेकिन बुलडोजर से खुदाई करने के बाद और शव भी मिल सकते हैं। यह आशंका इसलिए भी है, क्योंकि इलाके के कई लोगों का कहना है कि उनके रिश्तेदारों का कुछ पता नहीं चल पाया है, वे अभी भी लापता हैं।
इजरायल ने अमेरिकी बमों का किया इस्तेमाल
इज़रायल ने शनिवार को वीडियो जारी किया, जिसमें उसने कहा कि हमले में अमेरिकी बमों का इस्तेमाल किया गया था। ये बम बेहद शक्तिशाली हैं। नसरल्लाह को मारने के लिए इजरायल ने 900 किलोग्राम (2000 पाउंड) के मार्क 84 श्रृंखला बमों का इस्तेमाल किया। इस तरह के बमों को खासतौर से बेहद विनाशकारी विस्फोट करने के लिए डिजाइन किया गया है। इज़रायली सेना ने कहा कि इस मिशन के लिए दक्षिणी इज़रायल के एक हवाई अड्डे हेत्ज़ेरिम से उड़ान भरी थी।
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