युद्धविराम पर कायम हमास और इजरायल, गाजा से तीन और बंधक किए गए रिहा
- Hamas and Israel: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवादास्पद गाजा प्लान के बाद भी गाजा युद्धविराम समझौता सुचारू रूप से जारी है। हमास ने शनिवार को तीन और बंधकों को रिहा कर दिया है।

अमेरिकी राष्ट्र्पति डोनाल्ड ट्रंप के विवादास्पद गाजा प्लान की चर्चा के बीच हमास और इजरायल युद्धविराम समझौते पर आगे बढ़ रहे हैं। फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह ने समझौते के अगले चरण में तीन और बंधकों को रिहा रिहा कर दिया है। हजारों लोगों और नकाबपोश हथियार बंद लोगों के बीच हमास ने इन लोगों को रेडक्रॉस को सौंप दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन लोगों को परेड करने के बाद मंच पर ले जाया गया। इसके बाद एक लड़ाके ने उन लोगों को एक माइक्रोफोन दिया और भीड के सामने भाषण देने को कहा। इस बार यह नया था क्योंकि इससे पहले बंधकों को बोलने नहीं दिया गया था।
इससे पहले हमास की तरफ से कहा गया कि 7 अक्तूबर 2023 को हमारे अभियान के दौरान बंधक बनाए गए ओहम बेन अमी, ऑर लेवी और एली शराबी को शनिवार को इजरायली सरकार को सौंप दिया जाएगा। इनके बदले में इजरायल 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इन कैदियों के ऊपर इजरायल ने हत्या और नरसंहार के आरोप लगाए हैं। 183 में से 111 लोगों को इजरायली सेना ने युद्ध के दौरान गाजा से गिरफ्तार किया था।
18 लोगों को मिली है उम्रकैद की सजा
रिपोर्ट्स के मुताबिक रिहा किए जाने वाले कैदियों में से 18 ऐसे हैं जिन्हें इजरायल की तरफ से उम्रकैद की सजा मिली है। इन लोगों के ऊपर इजरायल और इजरायली सेना के ऊपर गंभीर हमले करने के आरोप हैं। रिहा किए जाने वाले कैदियों की उम्र 20 से 61 साल के बीच है।
गाजा में युद्धविराम लागू होने के बाद यह पांचवी बार है जब दोनों पक्षों की ओर से बंदियों को रिहा किया जा रहा है। अब तक के आदान प्रदान में हमास 18 इजरायली बंधकों को रिहा कर चुका है, जबकि इसके मु्काबले इजरायल करीब 550 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर चुका है।
आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार गाजानिवासियों को गाजा के बाहर बसाने का सुझाव दे रहे हैं। उनके इस विचार को इजरायल का भी खुला समर्थन मिल रहा है। ऐसे में अरब देशों और हमास का कहना था कि अगर इस तरीके से इस विवादास्पद प्लान का समर्थन कर रहा है तो फिर इससे संघर्षविराम समझौते पर असर पड़ेगा। इस प्लान को लेकर हमास ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर इसको स्वीकार नहीं करेंगे। हम अपनी मातृभूमि छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। वहीं दूसरी तरफ इजरायल का कहना है कि हम इसके लिए तैयार है। गाजा की समस्या को सुलझाने के लिए ऐसे ही किसी प्लान को लागू करने की जरूरत है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।