गाजा में भूख से मचा हाहाकार; UN के दफ्तर और रसोईघर तक लूटे, हालात बेकाबू
इजरायल द्वारा पिछले दो महीने से गाजा का खाना-पानी रोके जाने से गाजावासियों की स्थिति बेहद विकट हो चुकी है। भूख से हाहाकार का आलम यह है कि यूएन के दफ्तर और रसोईघर तक लूटे गए। हालात बेकाबू हो चुके हैं।

गाजा पट्टी में हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं। इजरायल द्वारा दो महीने पहले खाद्य आपूर्ति बंद किए जाने के बाद भूख अब खुलेआम दिखने लगी है। बुधवार को कम से कम 5 जगहों पर लूटपाट की घटनाएं हुईं, इनमें सामुदायिक रसोईघर, व्यापारियों की दुकानों और संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी UNRWA के मुख्य दफ्तर को भी निशाना बनाया गया।
फिलिस्तीनी NGO नेटवर्क के निदेशक अमजद अल-शावा ने कहा, "ये घटनाएं दिखाती हैं कि गाजा में हालात कितने गंभीर हो चुके हैं। UNRWA की वरिष्ठ अधिकारी लुईस वॉटरिज के अनुसार, बुधवार रात हजारों विस्थापितों ने गाजा सिटी स्थित एजेंसी परिसर में घुसकर दवाएं लूट लीं और कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
उन्होंने कहा, “पूरे सिस्टम के ढह जाने के बाद यह लूटपाट चौंकाने वाली नहीं है। यह उस समाज की तस्वीर है जिसे लंबे समय से घेराबंदी और हिंसा के जरिए घुटनों पर ला दिया गया है।”
हमास का बचाव
हमास के गाजा स्थित मीडिया कार्यालय के निदेशक इस्माइल अल-थवाबता ने कहा, "ये घटनाएं कुछ व्यक्तियों की हरकत हैं और फिलिस्तीनी समाज के मूल्यों को नहीं दर्शातीं।" उन्होंने दावा किया कि स्थानीय प्रशासन इन मामलों की जांच कर रहा है और शांति बनाए रखने की कोशिशें जारी हैं।
मौजूदा हालात
इजरायली हमले जारी हैं। गुरुवार को हवाई हमलों में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई। इस साल जनवरी की अस्थायी युद्धविराम के बाद हमास ने पुलिस तैनात की थी, लेकिन मार्च से इजरायल द्वारा बड़े स्तर पर दोबारा हमले शुरू करने के बाद उसकी मौजूदगी कमजोर हो गई है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।