Hindi Newsविदेश न्यूज़FBI arrested Judge Hannah Dugan out of Milwaukee Wisconsin on charges of obstruction Kash Patel

गिरफ्तारी में लगा रहीं थी अड़ंगा? FBI ने जज को ही कर लिया गिरफ्तार; काश पटेल ने दी शाबाशी

आरोपों के अनुसार, जज डुगन ने अपने कोर्टरूम में एक मैक्सिकन नागरिक, एडुआर्डो फ्लोरेस-रुइज, को आईसीई एजेंटों द्वारा गिरफ्तार किए जाने से बचाने की कोशिश की।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, मिल्वौकीSat, 26 April 2025 07:32 AM
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गिरफ्तारी में लगा रहीं थी अड़ंगा? FBI ने जज को ही कर लिया गिरफ्तार; काश पटेल ने दी शाबाशी

अमेरिका से चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने शुक्रवार को एक जज को ही गिरफ्तार कर लिया। यह मामला विस्कॉन्सिन राज्य के मिल्वौकी का है। यहां एक अभूतपूर्व घटना में, FBI ने मिल्वौकी काउंटी सर्किट जज हन्ना डुगन को गिरफ्तार कर लिया। उन पर आप्रवासन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) की कार्रवाई में बाधा डालने और एक अवैध आप्रवासी को गिरफ्तारी से बचाने में मदद करने का आरोप है। FBI निदेशक काश पटेल ने इस कार्रवाई की घोषणा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर की। हालांकि उनका शुरुआती पोस्ट कुछ समय बाद हटा लिया गया और बाद में दोबारा पोस्ट किया गया। इस घटना ने ट्रंप प्रशासन और न्यायपालिका के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।

क्या है पूरा मामला?

आरोपों के अनुसार, 18 अप्रैल को, जज डुगन ने अपने कोर्टरूम में एक मैक्सिकन नागरिक, एडुआर्डो फ्लोरेस-रुइज, को आईसीई एजेंटों द्वारा गिरफ्तार किए जाने से बचाने की कोशिश की। फ्लोरेस-रुइज उस समय डुगन के कोर्ट में घरेलू हिंसा से संबंधित एक मामूली केस की सुनवाई के लिए उपस्थित थे। अदालती दस्तावेजों के अनुसार, डुगन ने आईसीई एजेंटों को कोर्टरूम के बाहर इंतजार करने के लिए कहा और उन्हें मुख्य जज से बात करने का निर्देश दिया। इसके बाद, उन्होंने फ्लोरेस-रुइज और उनके वकील को कोर्टरूम के एक गैर-सार्वजनिक "जूरी डोर" के माध्यम से बाहर निकाला, जिससे एजेंटों को उनकी गिरफ्तारी में देरी हुई।

एफबीआई के एक हलफनामे में कहा गया है कि डुगन को जब पता चला कि आईसीई एजेंट कोर्टरूम के बाहर फ्लोरेस-रुइज को गिरफ्तार करने के लिए मौजूद हैं, तो वह "विशेष रूप से नाराज" हो गईं और उन्होंने स्थिति को "बेतुका" करार दिया। कई गवाहों, जिनमें डुगन की कोर्टरूम डिप्टी, अभियोजक और पीड़ित गवाह विशेषज्ञ शामिल हैं, उन्होंने बताया कि डुगन ने फ्लोरेस-रुइज को सामान्य निकास द्वार से बाहर जाने से रोका और उन्हें अपने साथ एक निजी निकास की ओर ले गईं।

हालांकि, आईसीई एजेंटों ने अंततः फ्लोरेस-रुइज को कोर्टहाउस के बाहर पैदल ही पीछा करने के बाद गिरफ्तार कर लिया। दस्तावेजों के अनुसार, फ्लोरेस-रुइज को 2013 में पहले भी अमेरिका से निर्वासित किया जा चुका था।

आरोप और कानूनी प्रक्रिया

जज डुगन पर दो संघीय अपराधों के तहत आरोप लगाए गए हैं: (1) किसी व्यक्ति को खोज और गिरफ्तारी से छिपाने का आरोप, और (2) संघीय विभाग या एजेंसी की कार्यवाही में बाधा डालने का आरोप। यदि दोषी ठहराया जाता है, तो उन्हें अधिकतम छह साल की जेल और भारी जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।

डुगन को शुक्रवार सुबह मिल्वौकी काउंटी कोर्टहाउस में 8:30 बजे गिरफ्तार किया गया और उसी दिन दोपहर में संघीय अदालत में उनकी प्रारंभिक पेशी हुई। उनके वकील, क्रेग मस्तान्तुओनो ने अदालत में कहा, "जज डुगन अपनी गिरफ्तारी का पूर्ण रूप से विरोध करती हैं और उनका मानना है कि यह सार्वजनिक सुरक्षा के हित में नहीं थी।" डुगन को उनकी अपनी जमानत पर रिहा कर दिया गया, और उनकी अगली अदालती सुनवाई 15 मई को निर्धारित है।

एफबीआई निदेशक का बयान

एफबीआई निदेशक काश पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डुगन की गिरफ्तारी की घोषणा की, जिसमें उन्होंने कहा, "हम मानते हैं कि जज डुगन ने जानबूझकर संघीय एजेंटों को उनके कोर्टरूम में गिरफ्तार किए जाने वाले व्यक्ति, एडुआर्डो फ्लोरेस-रुइज, से दूर भेजा, जिससे अवैध आप्रवासी को गिरफ्तारी से बचने का मौका मिला।" पटेल ने दावा किया कि डुगन की कार्रवाइयों ने "सार्वजनिक सुरक्षा के लिए बढ़ा हुआ खतरा पैदा किया।" हालांकि, उन्होंने अपनी प्रारंभिक पोस्ट को हटा दिया और बाद में इसे दोबारा पोस्ट किया। काश पटेल ने जज की गिरफ्तारी के लिए एफबीआई की मिल्वौकी टीम को शबाशी दी। काश पटेल ने एक अन्य ट्वीट में जज की गिरफ्तारी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि 'कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।'

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ट्रंप प्रशासन का रुख

यह गिरफ्तारी ट्रंप प्रशासन की आप्रवासन नीतियों को लागू करने की कड़ी रणनीति का हिस्सा है। अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने फॉक्स न्यूज पर एक इंटरव्यू में कहा, "कुछ जजों को लगता है कि वे कानून से ऊपर हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। यदि आप सबूत नष्ट कर रहे हैं या न्याय में बाधा डाल रहे हैं, खासकर जब कोर्टरूम में घरेलू हिंसा के पीड़ित मौजूद हों और आप एक अपराधी प्रतिवादी को पीछे के दरवाजे से बाहर ले जा रहे हों, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"

ट्रंप प्रशासन ने स्थानीय अधिकारियों को चेतावनी दी है कि जो लोग संघीय आप्रवासन प्रवर्तन में सहयोग नहीं करेंगे, उनके खिलाफ जांच और अभियोजन की कार्रवाई की जाएगी। जनवरी में, न्याय विभाग के एक मेमो में कहा गया था कि स्थानीय अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे जो संघीय आप्रवासन प्रयासों में बाधा डालते हैं।

विपक्ष की प्रतिक्रिया

डेमोक्रेटिक नेताओं ने इस गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है। विस्कॉन्सिन के गवर्नर टोनी एवर्स ने एक बयान में कहा, "ट्रंप प्रशासन हमारी न्यायपालिका को हर स्तर पर कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।" डेमोक्रेटिक सीनेटर टैमी बाल्डविन ने इसे "गंभीर और कठोर कदम" करार देते हुए कहा कि यह कार्यकारी और न्यायिक शाखाओं के बीच शक्ति के पृथक्करण को खतरे में डालता है।

मिल्वौकी को कवर करने वाली डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि ग्वेन मूर ने डुगन की गिरफ्तारी को "हैरान करने वाला" बताया और कहा कि यह "ट्रम्प प्रशासन की अराजक कार्रवाइयों" का हिस्सा है, विशेष रूप से आईसीई की, जो "अदालतों की अवहेलना कर रही है और संविधान की अनदेखी कर रही है।"

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