अमेरिकी सेना में चीन ने लगा दी सेंध, खुफिया जानकारी बेचते पकड़े गए कई सैनिक; ऐक्शन में काश पटेल
- चार्जशीट में कहा गया है कि जुलाई 2024 से लेकर गिरफ्तारी तक, झाओ ने कई संवेदनशील हार्ड ड्राइव को कलेक्ट और चीन में स्थित व्यक्तियों को बेचने की साजिश रची।

अमेरिकी सेना में चीन की सेंध का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। गुरुवार को अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई (FBI) ने अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी के नेतृत्व में यूएस आर्मी के दो सक्रिय सैनिकों और एक पूर्व सैनिक को गिरफ्तार किया है। इन पर सरकारी संपत्ति की चोरी और रिश्वतखोरी की साजिश में शामिल होने का आरोप है। यहां चौंकाने वाली बात ये है कि इन अमेरिकी सैनिकों ने चीन के हाथों कई खुफिया जानकारी बेची हैं।
कौन हैं गिरफ्तार किए गए सैनिक?
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान जियान झाओ, ली तियान और रुओयु दुआन के रूप में हुई है। जियान झाओ और ली तियान जॉइंट बेस लुईस-मककॉर्ड में तैनात सक्रिय सैनिक हैं जबकि रुओयु दुआन पूर्व सैनिक है। अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, तियान और दुआन पर ओरेगन जिला में रिश्वतखोरी और सरकारी संपत्ति की चोरी की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। वहीं, झाओ पर वाशिंगटन के पश्चिमी जिला में राष्ट्रीय रक्षा जानकारी को अनधिकृत व्यक्तियों तक पहुंचाने की साजिश, रिश्वतखोरी और सरकारी संपत्ति की चोरी के आरोप हैं।
संवेदनशील हार्ड ड्राइव चीन को बेचने का आरोप
चार्जशीट में कहा गया है कि जुलाई 2024 से लेकर गिरफ्तारी तक, झाओ ने कई संवेदनशील हार्ड ड्राइव को कलेक्ट और चीन में स्थित व्यक्तियों को बेचने की साजिश रची। इन हार्ड ड्राइव पर "सीक्रेट" और "टॉप सीक्रेट" का निशान लगा था, फिर भी इस सैनिक ने इन्हें बेचा। इन हार्ड ड्राइव के बदले में झाओ को कम से कम 10,000 डॉलर प्राप्त हुए। इसके अलावा, झाओ पर अमेरिकी सरकार से चुराए गए एक एन्क्रिप्शन-सक्षम कंप्यूटर को बेचने का भी आरोप है।
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पामेला जे. बॉन्डी ने कहा, "आज गिरफ्तार किए गए आरोपी हमारे देश के साथ विश्वासघात करने, अमेरिका की रक्षा क्षमताओं को कमजोर करने और चीन जैसे हमारे विरोधियों को सशक्त करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे। उन्हें त्वरित, कठोर न्याय का सामना करना पड़ेगा।"
ऐक्शन में FBI चीफ काश पटेल
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा, "रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के तहत फल-फूल सकता है, लेकिन हमारे सैनिकों में इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वे खुद संवेदनशील सैन्य जानकारी के संरक्षक हैं। एफबीआई और हमारे सहयोगी अमेरिकी सैन्य जानकारी चुराने की कोशिशों को उजागर करने और सभी जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए काम करते रहेंगे।"
इस मामले की जांच एफबीआई के पोर्टलैंड और सिएटल फील्ड कार्यालयों और अमेरिकी सेना काउंटरइंटेलिजेंस कमांड द्वारा की गई, जिसमें सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (सीबीपी), डाक निरीक्षण सेवा और नौसेना आपराधिक जांच सेवा ने सहायता प्रदान की। सेना काउंटरइंटेलिजेंस कमांड के कमांडिंग जनरल ब्रिगेडियर जनरल रेट आर. कॉक्स ने कहा, "ये गिरफ्तारियां हमारी सेना और राष्ट्र के सामने बढ़ते विदेशी खुफिया खतरे को रेखांकित करती हैं। हम उन लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए अथक प्रयास जारी रखेंगे जो सेना के मूल्यों को छोड़कर व्यक्तिगत लाभ के लिए काम करते हैं।"
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