Hindi Newsविदेश न्यूज़Earthquake Tremors in tibet 150 aftershocks in few hours more than 126 died

कुछ ही घंटों में 150 बार क्यों कांपी धरती, तिब्बत में कैसे बढ़ता चला गया मौत का आंकड़ा

  • तिब्बत में आज विनाशकारी भूकंप ने 126 से अधिक लोगों की जान ले ली। अभी भी राहत बचाव कार्य जारी है। शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, विनाशकारी भूकंप के कुछ ही घंटों के भीतर धरती 4.4 तीव्रता के साथ 150 से अधिक बार कांपी।

Gaurav Kala बीजिंग, रॉयटर्सTue, 7 Jan 2025 09:20 PM
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तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से एक के निकट मंगलवार को 7.1 तीव्रता का भूकंप आया। इस हृदय विदारक घटना में 126 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 130 से अधिक घायल हैं। मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। राहत-बचाव कार्य जारी है। चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, भूकंप के बाद Aftershocks आए। कुछ ही घंटों में 4.4 तीव्रता के साथ 150 बार धरती कांपी। भूकंप और फिर Aftershocks जिस इलाकों में आए, वहां की आबादी 6900 है। यहां 1000 से अधिक घर जमींदोज हो गए। दूर-दूर तक हर ओर तबाही देखी जा सकती थी।

भूकंप आज सुबह 9:05 बजे (चीन के समयानुसार) आया। इसका केंद्र डिंगरी काउंटी के त्सोगो टाउनशिप में 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर में सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप के केंद्र के 20 किलोमीटर के दायरे में 27 गांव हैं और लगभग 6900 लोग रहते हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, डिंगरी काउंटी की आबादी 61000 से ज्यादा है। भूकंप के बाद राहत-बचाव कार्य के लिए 3400 से अधिक बचावकर्मियों और 340 से अधिक चिकित्सा कर्मचारियों को भूकंप प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है।

जमींदोज हो गए 1000 से अधिक घर

टिंगरी और उसके आस-पास के इलाकों की औसत ऊंचाई लगभग 4000-5,000 मीटर (13,000-16,000 फीट) है। यहां भूकंप के दौरान मजबूत झटके महसूस किए गए। इशके बाद 4.4 तक की तीव्रता के साथ 150 से अधिक Aftershocks आए, जिसने सैकड़ों की जान ले ली। मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। यहां 6900 की आबादी वाले इलाकों में 1000 से अधिक घर जमींदोज हो गए। बचावकर्मी मलबे से जिंदा लोगों की तलाश कर रहे हैं।

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सामने आ रहे तबाही के मंजर

सोशल मीडिया पर घटना के बाद इलाकों में हुई तबाही के मंजर सामने आ रहे हैं। दुकानों के टूटे हुए हिस्से को देखा जा सकता है। ल्हात्से शहर में आई इस प्राकृतिक आपदा के बाद सड़क पर मलबा फैल गया। शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, चीन, नेपाल और उत्तरी भारत के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस हुए।

चीन की सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में भेजी राहत सामग्री

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए हर संभव प्रयास करने के आदेश दिए। शी ने घायलों के उपचार के लिए हरसंभव प्रयास करने का आदेश दिया तथा द्वितीयक आपदाओं (भूकंप के बाद संभावित आपदाओं) को रोकने, प्रभावित निवासियों के समुचित पुनर्वास तथा इसके बाद के कार्यों को प्रभावी ढंग से करने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। भूकंप के बाद, ‘चीन भूकंप प्रशासन’ ने स्तर-दो की आपात सेवा प्रतिक्रिया शुरू की तथा आपदा राहत प्रयासों में सहायता के लिए एक दल को घटनास्थल पर भेजा। केंद्रीय प्राधिकारियों ने भूकंप प्रभावित क्षेत्र में करीब 22,000 आपदा राहत सामग्री भेजी है, जिनमें तंबू, कोट, रजाई और फोल्डिंग बिस्तर के साथ-साथ ऊंचाई वाले और ठंडे क्षेत्रों के लिए विशेष राहत सामग्री भी शामिल है।

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