यह झूठी सूचना है; ट्रंप और पुतिन के बीच फोन कॉल की खबरों पर रूस की सफाई
- यूक्रेन के मुद्दे पर ट्रंप और पुतिन के बीच किसी भी बातचीत से क्रेमलिन ने इनकार कर दिया है। क्रेमलिन की तरफ से कहा गया कि यह सब झूठी सूचना है ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।
यूक्रेन के मुद्दे पर ट्रंप और पुतिन के बीच किसी भी बातचीत से क्रेमलिन ने इनकार कर दिया है। क्रेमलिन की तरफ से कहा गया कि यह सब झूठी सूचना है ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। दरअसल, अमेरिका के एक प्रतिष्ठत अखबार ने रिपोर्ट किया था कि यूक्रेन के मुद्दे को लेकर ट्रंप और पुतिन के बीच में फोन कॉल पर चर्चा हुई है। आज क्रेमलिन ने इस खबर को खंडित करते हुए कहा कि ऐसी कोई भी बातचीत नहीं हुई है।
रविवार को वाशिंगटन पोस्ट ने रिपोर्ट किया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव जीते ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच में यूक्रेन को लेकर बात हुई थी, जिसमें ट्रंप ने पुतिन से युद्ध को और न बढ़ाने का आग्रह किया था। सोमवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा," यह केवल झूठी सूचना है" उन्होंने ऐसे किसी भी फोन कॉल से भी इनकार किया।
ट्रंप और पुतिन की बातचीत का दावा करती पोस्ट में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया था कि ट्रंप ने पुतिन को फोन किया था और उन्होंने पुतिन को यूरोप में बड़ी संख्या में मौजूद अमेरिकी सैनिकों की याद भी दिलाई थी। अधिकारी ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच में यूक्रेन के युद्ध को जल्द से जल्द खत्म करने और क्षेत्र में शांति के लिए साथ काम करने को लेकर भी बातचीत की थी। हालांकि इस रिपोर्ट पर ट्रंप के संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा था कि हम राष्ट्रपति ट्रंप और अन्य वैश्विक नेताओं के बीच हुए निजी कॉल पर कोई टिप्पणी नहीं करते हैं।
ट्रंप का राष्ट्रपति पद के लिए चुने जाना यूक्रेन युद्ध पर निश्चित तौर पर प्रभाव डालेगा। क्योंकि बाइडन से इतर ट्रंप जल्दी से जल्दी यूक्रेन और रूस के बीच में किसी भी तरह से शांति करवाने के पक्ष में हैं। अपने चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने जेलेंस्की को एक सेल्समैन बताते हुए कहा था कि वह जब भी अमेरिका आते हैं यहां से करोड़ों डॉलर की मदद ले जाते हैं। ट्रंप अमेरिका का पैसा ऐसे खर्च करने के समर्थन में बिल्कुल नजर नहीं आते हैं।
इससे पहले ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बात की थी, उनकी इस बातचीत में अरबपति व्यापारी एलन मस्क भी शामिल हुए थे।
ट्रंप के सत्ता में वापस आने से पहले बाइडेन प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है कि वह 20 जनवरी के पहले यूक्रेन की ज्यादा से ज्यादा मदद करने की कोशिश करेगा। बाइडन प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भूमिका निभाने वाले जेक सुलिवन ने कहा कि इस समय हमारा लक्ष्य यूक्रेन को युद्ध के मैदान में सबसे मजबूत स्थिति में लाना है ताकि जब शांति और बातचीत की बात हो तब वह सौदा करने की सबसे मजबूत स्थिति में हो।
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