टिकटॉक, WHO से लेकर मृत्यदंड तक; राष्ट्रपति बनते ही डोनाल्ड ट्रंप ने फैसलों की लगाई झड़ी
- राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘मैं अनुचित एकतरफा पेरिस जलवायु समझौते से तुरंत हट रहा हूं।’ ट्रंप ने जनवरी 2017 में भी पेरिस समझौते से हाथ खींच लिया था, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन ने उसे पलट दिया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद कई अहम फैसले लिए। उन्होंने सीमा सुरक्षा, टिकटॉक के संचालन की समय सीमा बढ़ाने, विश्व स्वास्थ्य संगठन, पेरिस जलवायु समझौते से यूएस को बाहर करने जैसे शासकीय आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इनमें से कई का जिक्र उन्होंने अपने चुनाव प्रचार अभियान में किया था। राष्ट्रपति ट्रंप ने दक्षिणी सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने संबंधी शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए, जो उनके शपथ ग्रहण के कुछ घंटों बाद ही प्रभावी हो गया। इस तरह उन्होंने आव्रजन पर नकेल कसने के अपने राजनीतिक वादे को पूरा किया। साथ ही, विभाजनकारी मुद्दे पर व्हाइट हाउस की नीति में एक और बड़ा बदलाव किया।
कुछ आदेश उनके पहले के प्रशासन की प्राथमिकताओं को दर्शाते हैं जिन्हें उनके बाद आए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने वापस ले लिया था। इनमें शरणार्थियों को मेक्सिको की सीमा पर प्रतीक्षा करने के लिए मजबूर करना। सीमा की दीवार को पूरा करना, अमेरिका में पैदा हुए किसी भी व्यक्ति को स्वत: मिलने वाली नागरिकता को समाप्त करने का प्रयास, सीमा सुरक्षा में सेना को शामिल करना और अमेरिका में प्रवेश करने के लिए लगभग दस लाख प्रवासियों की ओर से उपयोग किए जाने वाले बाइडन के समय बने ऐप का उपयोग समाप्त करना शामिल है।
ट्रंप ने टिकटॉक को दी राहत
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वीडियो साझा करने वाले मंच टिकटॉक के संचालन को 75 दिन बढ़ाने संबंधी शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए। अमेरिका में टिकटॉक के 17 करोड़ यूजर्स हैं। ट्रंप की ओर से हस्ताक्षरित शासकीय आदेश में कहा गया, ‘मैं अटॉर्नी जनरल को निर्देश दे रहा हूं कि आज से 75 दिन की अवधि के लिए टिकटॉक पर प्रतिबंध को लागू करने के लिए कोई कदम न उठाए जाएं ताकि मेरे प्रशासन को उचित प्रस्ताव तैयार करने का अवसर मिले। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा हो साथ ही ऐसे मंच का संचालन अचानक बंद होने से रोका जा सके जिसका इस्तेमाल लाखों अमेरिकी करते हैं।’ अमेरिका में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने वाला संघीय कानून प्रभावी होने से कुछ घंटे पहले ऐप को शनिवार को बंद किया गया था।
अमेरिकी नागरिकता को लेकर प्रावधान
अमेरिका में जन्मा कोई भी व्यक्ति स्वतः ही अमेरिकी नागरिक बन जाता है, जिसमें देश में अवैध रूप से या पर्यटक या छात्र वीजा पर आए किसी व्यक्ति के अमेरिका में जन्मे बच्चे भी शामिल हैं। यह 14वें संशोधन में निहित अधिकार है, जिसे गृह युद्ध के बाद 1868 में लागू किया गया था। अश्वेत लोगों सहित सभी के लिए नागरिकता सुनिश्चित की गई थी। ट्रप ने अमेरिका में पैदा हुए किसी भी व्यक्ति को स्वत: मिलने वाली नागरिकता को समाप्त करने वाले प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किया।
सीमा पर दीवार के निर्माण होगा पूरा
ट्रंप के इस प्रयास को निश्चित रूप से कड़ी कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने ओवल ऑफिस में शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए इस विचार को हास्यास्पद बताया। ट्रंप के सीमा मामलों के अधिकारी बॉर्डर जार टॉम होमन ने बार-बार कहा है कि प्रशासन पहले अपराधियों को साधना चाहता है, लेकिन वह अन्य को गिरफ्तार करने में भी संकोच नहीं करेगा। व्हाइट हाउस के एक नए अधिकारी ने बताया कि ट्रंप, सरकार को रक्षा मंत्रालय की सहायता से सीमा पर दीवार के निर्माण का कार्य पूरा करने का आदेश देंगे। सीमा पर सैन्य टुकड़ियां भेजेंगे।
अवैध आप्रवासियों के लिए मृत्युदंड
ट्रंप ने मृत्युदंड से संबंधित एक आदेश पर हस्ताक्षर किए। यह अटॉर्नी जनरल को निर्देश देता है कि वह सुनिश्चित करें कि राज्यों के पास जहरीले इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें। इसके लिए वह सभी आवश्यक और वैध कार्रवाई करें ताकि अपराधियों को मृत्युदंड देने की प्रक्रिया बाधित नहीं हो। ट्रंप प्रशासन ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 13 मामलों में संघीय मृत्युदंड की कार्रवाई की थी, जो आधुनिक इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति के कार्यकाल से ज्यादा हैं और राष्ट्रपति अक्सर अधिक से अधिक मौत की सजा की वकालत करते हैं। अपने 2024 के चुनाव प्रचार अभियान की घोषणा करते हुए एक भाषण में ट्रंप ने कहा था कि मादक पदार्थ बेचते हुए पकड़े गए लोगों को उनके जघन्य कृत्यों के लिए मौत की सजा मिलनी चाहिए।
WHO से बनाई दूरी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से अमेरिका को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू करने वाले शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। पिछले 5 साल से भी कम समय में यह दूसरी बार है जब अमेरिका ने विश्व निकाय से बाहर निकलने का आदेश दिया है। यह उन दर्जनों शासकीय कार्रवाइयों में से एक है, जिन पर उन्होंने सोमवार को दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने के बाद हस्ताक्षर किए। इनमें आव्रजन से लेकर विदेश नीति और जलवायु परिवर्तन तक के मुद्दे शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ को 2020 में कोविड-19 महामारी से निपटने के तरीकों को लेकर ट्रंप की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा था।
पेरिस समझौते से हटा अमेरिका
डोनाल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर महत्वाकांक्षी पेरिस समझौते से हटने संबंधी शासकीय आदेश पर भी हस्ताक्षर किए। शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करने से पहले वाशिंगटन के कैपिटल वन एरिना स्टेडियम में उद्घाटन समारोह में ट्रंप ने कहा, ‘मैं अनुचित एकतरफा पेरिस जलवायु समझौते से तुरंत हट रहा हूं।’ ट्रंप ने जनवरी 2017 में भी पेरिस समझौते से हाथ खींच लिया था, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद जो बाइडन ने उनके फैसले को पलट दिया था।
पावर सेक्टर को लेकर अहम फैसला
राष्ट्रपति ट्रंप ने संघीय जल क्षेत्र में अपतटीय पवन ऊर्जा पट्टे की बिक्री को अस्थायी रूप से रोकने का फैसला लिया। तटवर्ती और अपतटीय पवन ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अनुमोदन, परमिट और ऋण जारी करने पर रोक लगाने संबंधी शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए। आदेश में कहा गया कि मूल्यांकन में वन्यजीवों पर पवन ऊर्जा परियोजनाओं के पर्यावरणीय प्रभाव, बिजली के रुक-रुक कर उत्पादन से जुड़ी आर्थिक लागत और पवन ऊर्जा उद्योग की सब्सिडी के प्रभाव पर विचार किया जाएगा।
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