Hindi Newsविदेश न्यूज़China made a record Artificial Sun Reaches 100 Million Degrees For Record 1000 Seconds

चीन में दिखे दो सूरज, एक से पैदा किया 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस तापमान; आखिर क्या है माजरा

  • चीन ने ऐसा अनोखा कारनामा कर दिखाया कि दुनिया हैरान हो गई। उसने नकली सूरज को धरती पर उतार उसमें 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस तापमान 1000 सेकंड तक पैदा किया। विज्ञान के क्षेत्र में यह बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तानThu, 23 Jan 2025 02:51 PM
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चीन में दिखे दो सूरज, एक से पैदा किया 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस तापमान; आखिर क्या है माजरा

चीन ने विज्ञान के क्षेत्र में ऐसा अनोखा कारनामा कर दिखाया कि दुनिया हैरान रह गई। उसने अपना नकली सूरज उतारकर 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस तापमान पैदा किया। यह कीर्तिमान अब तक कोई नहीं कर पाया है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इस चमत्कार से हैरान हैं। चीन के नकली सूरज ने 1000 सेकंड (16.67 मिनट) तक 100 मिलियन डिग्री तक ऊर्जा उत्पन्न की। चीन ने इससे पहले 2023 में इतनी ऊर्जा 403 सेकंड तक बरकरार रखी थी। इस बार उसने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। चीन इस वैज्ञानिक चमत्कार को सबसे बड़ा सफल न्यूक्लियर फ्यूजन प्रयोग बता रहा है। इस आर्टिफिशियल सूर्य का नाम एक्सपेरिमेंटल एडवांस्ड सुपरकंडक्टिंग टोकामक (EAST) फ्यूजन एनर्जी रिएक्टर है। वैज्ञानिकों के अनुसार, विज्ञान के क्षेत्र में यह उपलब्धि मील का पत्थर साबित होगी।

वैज्ञानिकों का लंबे समय से सपना रहा है कि ऊर्जा की जरूरतों के लिए न्यूक्लियर फ्यूजन विकसित किया जाए, लेकिन 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तापमान तक ऊर्जा उत्पन्न करना वैज्ञानिकों के लिए लंबे समय से चुनौती रहा है। हालांकि, चीन के वैज्ञानिकों ने यह अद्भुत कारनामा पूरा करके पूरी दुनिया को चौंका दिया।

चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के प्लाज्मा फिजिक्स इंस्टीट्यूट के निदेशक सॉन्ग युनटाओ ने चीनी स्टेट मीडिया को बताया, "फ्यूजन डिवाइस को अत्यधिक ऊर्जा के साथ हजारों सेकंड तक बनाए रखना आसान नहीं था, यह भविष्य के फ्यूजन प्लांट्स की सतत ऊर्जा उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है।" उन्होंने आगे कहा, “हम EAST के जरिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का विस्तार करने और मानवता के लिए फ्यूजन ऊर्जा को व्यावहारिक उपयोग में लाने की उम्मीद कर रहे हैं।”

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हालांकि, यह परमाणु रिएक्टर अभी तक इग्निशन (वह बिंदु जब न्यूक्लियर फ्यूजन अपनी ऊर्जा खुद बनाता है) हासिल नहीं कर पाया है। लेकिन यह रिकॉर्ड भविष्य के रिएक्टरों को संचालित करने के लिए लंबे समय तक प्लाज्मा को बनाए रखने की दिशा में एक उत्साहजनक कदम है।

2006 से बना रहा नकली सूरज

चीन के वैज्ञानिक 2006 से EAST पर काम कर रहे हैं और अब तक रिएक्टर ने लाखों परीक्षण पूरे किए हैं। EAST की सफलता से प्रेरित होकर, चीन ने पहले ही पूर्वी चीन के अनहुई प्रांत में नई जेनरेशन की प्रयोगात्मक फ्यूजन अनुसंधान सुविधाओं का निर्माण शुरू कर दिया है, ताकि फ्यूजन ऊर्जा के विकास और अनुप्रयोग को और तेज किया जा सके।

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