ब्रिटेन की ओर बढ़ रहे थे रूसी बमवर्षक विमान और नौसैनिक जहाज? तैनात किए टाइफून जेट्स, बढ़ा तनाव
- रूस ने हाल के दिनों में प्रशांत महासागर, अटलांटिक और यूरोप के आसपास - विशेष रूप से भूमध्यसागर, बाल्टिक और उत्तरी सागर - में अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज कर दिया है।
यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच ब्रिटेन ने रूस को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। ब्रिटेन ने शुक्रवार को दावा किया कि उसकी हवाई सीमाओं के पास एक रूसी बमवर्षक विमान नजर आया। इसके बाद ब्रिटेन ने अफने दो रॉयल एयर फोर्स के टाइफून जेट्स तैनात किए। इसके साथ ही, जब रॉयल एयर फोर्स रूसी विमान का पीछा कर रही थी, तब रॉयल नेवी ने इंग्लिश चैनल के पास दो अलग-अलग रूसी नौसैनिक बेड़ों की पहचान की और उन पर नजर रखने के लिए युद्धपोत तैनात किए।
रूस ने हाल के दिनों में प्रशांत महासागर, अटलांटिक और यूरोप के आसपास - विशेष रूप से भूमध्यसागर, बाल्टिक और उत्तरी सागर - में अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज कर दिया है। ब्रिटेन की रॉयल नेवी उत्तरी सागर और इंग्लिश चैनल पर पैनी नजर रखती है। इसने गुरुवार को एक बड़े रूसी नौसैनिक बेड़े को देखा।
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि पिछले तीन महीनों में यह दूसरी बार है जब रूसी सैन्य विमान और नौसैनिक जहाज ब्रिटेन की जलसीमा और हवाई क्षेत्र के पास देखे गए हैं। ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के मंत्री ल्यूक पोलार्ड ने कहा, "हमारे विरोधियों को हमारी संकल्प शक्ति और यूके की सुरक्षा के प्रति हमारी दृढ़ता पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।"
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब ब्रिटेन ने हाल ही में रूस की सैन्य औद्योगिक संरचना और रूस समर्थित भाड़े के समूहों के खिलाफ 56 नए प्रतिबंधों की घोषणा की थी। ये प्रतिबंध मई 2023 के बाद रूस पर लगाए गए सबसे बड़े प्रतिबंधों का हिस्सा हैं। ब्रिटेन सरकार के अनुसार, इन प्रतिबंधों का उद्देश्य "व्लादिमीर पुतिन की युद्ध मशीन के लिए आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति में बाधा डालना और अफ्रीका में रूसी प्रॉक्सी सैन्य समूहों की भ्रष्ट गतिविधियों को उजागर करना" है।
ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने कहा, "आज के उपाय क्रेमलिन की नीतियों को पीछे धकेलने का काम करेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि "पुतिन 1,000 दिनों से अधिक समय से एक ऐसे युद्ध में लगे हुए हैं, जिसके बारे उन्होंने कहा था कि कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगा। वह असफल होंगे, और मैं क्रेमलिन पर दबाव बनाए रखने के साथ-साथ यूक्रेनी जनता की स्वतंत्रता की लड़ाई का समर्थन करता रहूंगा।"
सितंबर में, ब्रिटेन पहला नाटो सदस्य बना जिसने यूक्रेन को रूसी क्षेत्र के अंदर ब्रिटिश क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति देने की प्रक्रिया शुरू की। इस मुद्दे पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने वाशिंगटन डीसी जाकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात भी की। इसके बाद रूस ने अपनी परमाणु नीति को अपडेट करते हुए पश्चिम को चेतावनी दी कि वह अपने बचाव के लिए परमाणु हथियारों का भी उपयोग कर सकता है।
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