डोनाल्ड ट्रंप की जीत से नेतन्याहू खुश, गाजा पर क्या होगा फैसला; इजरायल को क्यों उम्मीदें
- इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ट्रंप की जीत को इजरायल और अमेरिका के रिश्तों में एक अहम मोड़ के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने इस जीत को इतिहास की सबसे बड़ी वापसी करार दिया।
अमेरिका में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिहासिक जीत का इजरायल में जोरदार स्वागत किया गया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे इजरायल और अमेरिका के रिश्तों में एक अहम मोड़ के रूप में देखा और ट्रंप की इस जीत को इतिहास की सबसे बड़ी वापसी करार दिया। नेतन्याहू ने ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी को अमेरिका और इजरायल के बीच गठबंधन को फिर से मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
ट्रंप की जीत से इजरायल क्या उम्मीदें
गाजा और लेबनान में जारी संघर्ष के बीच इजरायल के लिए ट्रंप की यह जीत एक विशेष महत्व रखती है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की सरकार के साथ कई बार नेतन्याहू के मतभेद सामने आए थे, जिससे इजरायल को अमेरिकी समर्थन की सीमाएं देखने को मिलीं। वहीं अब ट्रंप की ऐतिहासिक जीत से गदगद नेतन्याहू ने कहा, "आपकी ऐतिहासिक वापसी अमेरिका के लिए एक नई शुरुआत है और यह इजरायल और अमेरिका के बीच महान गठबंधन को फिर से मजबूत करने का संकेत है।"
इस जीत पर इजरायल के अन्य प्रमुख नेताओं ने भी खुशी जताई। राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रंप के लिए आशीर्वाद की कामना की, जबकि वित्त मंत्री बेजेल स्मोट्रिच ने भी ट्रंप की जीत का समर्थन किया। येशा काउंसिल के अध्यक्ष इजरायल गैंज ने भी ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में इजरायल को एक मजबूत और बिना शर्त समर्थन मिलने की उम्मीद जताई।
क्या गाजा पर होगा फैसला?
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर, 2023 के बाद से युद्ध संकट के केंद्र में रहे इजरायल के लिए ट्रंप का समर्थन बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है। इजरायली-अमेरिकन काउंसिल सम्मेलन में ट्रंप ने खुद को इजरायल का मजबूत समर्थक बताया और यहूदी मतदाताओं से समर्थन की अपील की। विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप की इस वापसी से इजरायल और अमेरिका के रिश्तों में एक नया अध्याय शुरू हो सकता है। नेतन्याहू और उनके समर्थकों की उम्मीद है कि ट्रंप का दूसरा कार्यकाल इजरायल-अमेरिका गठबंधन को और अधिक मजबूत करेगा।
वहीं, हामास ने ट्रंप के चुनावी बयान और मिडिल ईस्ट में शांति लाने के उनके दावे पर प्रतिक्रिया दी है। हामास के वरिष्ठ अधिकारी समि अबू जहरी ने कहा, "अब ट्रंप पर यह साबित करने का दबाव है कि वह गाजा में युद्ध को कुछ ही घंटों में रोक सकते हैं।" जहरी ने कहा कि ट्रंप ने जैसा दावा किया था अब उसे पूरा करने का वक्त आ गया है। जहरी ने कहा, "हम उनसे चाहते हैं कि वे राष्ट्रपति जो बाइडन की गलतियों से कुछ सीखें।"
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।