बांग्लादेश में दुकानदारों से भिड़ गई सेना, लोगों ने आर्मी की गाड़ियां फूंक डाली; फिर भड़की हिंसा
- गुरुवार सुबह राजधानी ढाका में एक बार फिर हिंसा भड़क गई। सेना और पुलिस की कपड़ा दुकानदारों के साथ झड़प हो गई। गुस्साए लोगों ने सेना और पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी। इससे तनाव फैल गया।
बंगलादेश में बीते 5 अगस्त को शेख हसीना के देश छोड़कर भागने और देश में मोहम्मद यूनुस के रूप में नई सरकार बनने के बाद से हालात सामान्य नहीं हैं। देश में कभी हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और साजिश की खबरें आती हैं तो हाल ही में राष्ट्रपति शहाबुद्दीन को निकालने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए यूनुस सरकार विपक्षी दलों के साथ मीटिंग पर मीटिंग कर रही है। इस बीच गुरुवार सुबह राजधानी ढाका में एक बार फिर हिंसा भड़क गई। सेना और पुलिस की कपड़ा दुकानदारों के साथ झड़प हो गई। कफरूल इलाके में गुरुवार सुबह छंटनी और बंदी के विरोध में उमड़े प्रदर्शनकारियों ने सेना और पुलिस के वाहनों में आग लगा दी। इससे इलाके में तनाव फैल गया।
द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और सेना के दो वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी, जिनमें कफरुल थाना के प्रभारी अधिकारी काजी गोलाम मुस्तफा का वाहन भी शामिल था। थाना के प्रभारी अधिकारी ने कहा,“जवाब में, पुलिस और सेना के जवानों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए कार्रवाई की।”
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, एक कपड़ा फैक्ट्री के कर्मचारी सुबह करीब 8:30 बजे छंटनी और फैक्ट्री बंद करने के विरोध में सड़कों पर उतर आए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में मीरपुर-14 और काचुखेत इलाकों की विभिन्न फैक्टरियों के मजदूर भी उनके साथ शामिल हो गए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंसा सुबह करीब 10 बजे तक जारी रही। हालाँकि, स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। प्रदर्शनकारियों द्वारा वाहनों में लगाई गई आग को बुझाने के लिए अग्निशमन कर्मियों की दो इकाइयां घटनास्थल पर काम कर रही थीं।
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