बांग्लादेश में फिर भड़की हिंसा, छात्रों और जवानों के बीच झड़प, 50 से ज्यादा घायल
- रविवार को ढाका में नौकरी को नियमित करने की मांग कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारी के साथ छात्रों की झड़प में कम से कम 50 लोग घायल हो गए है। दोनों गुटों ने इस दौरान एक-दूसरे पर ईंटें फेंकी और एक-दूसरे को खदेड़ते नजर आएं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और सेना के जवानों को तैनात किया गया है।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में रविवार रात को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। पिछले महीने कई हफ्तों तक देश में फैली अराजकता के बाद अंसार के सदस्य नौकरी को नियमित करने की मांग को लेकर ढाका में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच सैकड़ों प्रदर्शकारियों की अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ झड़प हो गई। इस झड़प में कम से कम 50 लोग घायल हो गए हैं। एक हजार से अधिक छात्र और अन्य लोग सचिवालय के पास इकठ्ठा हो गए थे। अंसार के सदस्यों से मुठभेड़ के बाद हिंसा और भड़क उठी। झड़पों के बाद भी अंसार सदस्यों पर हमला किए जाने की खबरें सामने आईं।
खबरों के मुताबिक यह हिंसा तब भड़की जब ढाका यूनिवर्सिटी के छात्रों ने खबर सुनी कि सचिवालय के पास रात को जमा अंसार के सदस्यों ने कई छात्रों को हिरासत में लिया है। इन छात्रों में छात्र नेता और कार्यवाहक सरकार में सलाहकार नाहिद इस्लाम भी शामिल हैं। इससे स्थिति बेकाबू हो गई और झड़प शुरू हो गई। छात्रों ने कथित तौर पर स्थायी पदों की मांग कर रहे अंसार के प्रदर्शन को हटाने की भगाने की कोशिश की। दोनों गुटों ने इस दौरान एक-दूसरे पर ईंटें फेंकी और एक-दूसरे को खदेड़ते नजर आएं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और सेना के जवानों को तैनात किया गया है। अंसार बांग्लादेश में एक अर्धसैनिक सहायक बल है।
छात्रों ने अंसार बल पर समझौते से मुकरने का लगाया आरोप
इससे पहले अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जहांगीर आलम चौधरी के आश्वासन के बाद अंसार के सदस्यों ने अपना विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया था। हालांकि तनाव अभी भी बना हुआ है। छात्रों ने अंसार बल पर समझौते से मुकरने का आरोप लगाया है। छात्र विरोध को लीड करने वाले हसनत अब्दुल्ला ने फेसबुक पर अंसार के पूर्व महानिदेशक मेजर जनरल एकेएम अमीनुल हक को मांगों के समाधान के बावजूद सचिवालय की नाकेबंदी जारी रखने के लिए दोषी ठहराया। अब्दुल्ला ने कहा, "निरंकुश ताकतें अंसार बल के माध्यम से वापसी करने की कोशिश कर रही हैं। उनकी मांगें पूरी होने के बाद भी हमें सचिवालय में बंद रखा गया।"
‘विरोध प्रदर्शन करने वाले अंसार के सदस्य नहीं’
सूचना एवं प्रसारण सलाहकार नाहिद इस्लाम ने अंसार प्रदर्शन को एक बड़ी साजिश का हिस्सा होने का आरोप लगाया। इस्लाम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "हम इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।" वहीं अंसार के महानिदेशक मेजर जनरल अब्दुल मोटालेब सज्जाद महमूद ने डेली स्टार को दिए एक बयान में बल का बचाव किया। उन्होंने दावा किया कि विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग अंसार के सदस्य नहीं हैं। महमूद ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
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