महिलाएं नाजुक फूल हैं… जहां हिजाब ना पहनने पर मिलती है मौत, क्या बोले ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई
- ईरान पिछले कुछ दिनों पहले अपने सख्त हिजाब कानून को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में था। ईरान के नए कानूनों में हिजाब का पहनने पर महिलाओं को मौत की सजा तक का प्रावधान है। हालांकि विवाद होने के बाद इन कानूनों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।
ईरान का नाम दुनिया के उन देशों में शामिल है जिन देशों ने महिलाओं पर सबसे अधिक प्रतिबंध लगाए हैं। बीते सप्ताह ही ईरान में ऐसे नियमों को लागू करने की खबरें सामने आई थीं जिसके तहत हिजाब ना पहनने पर महिलाओं को मौत की सजा तक दी जा सकती है। हालांकि बवाल के बाद ईरान ने इन कानूनों पर फिलहाल रोक लगाई है। इस बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक ऐसा बयान दिया है जो आपको बेहद हैरान कर सकता है। खामेनेई ने कहा है कि महिलाएं ‘नाजुक फूल’ हैं और उनके साथ नौकरानी की तरह व्यवहार नहीं होना चाहिए।
बुधवार को खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "महिला एक नाजुक फूल है, न कि घरेलू नौकरानी।” उन्होंने आगे कहा, “एक महिला को घर में फूल की तरह रखा जाना चाहिए। एक फूल की देखभाल करने की जरूरत होती है। इसकी ताजगी और मीठी खुशबू का लाभ उठाया जाना चाहिए और हवा को सुगंधित करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।”
हालांकि इस बयान को लेकर लोग खुश नहीं दिखे। कई लोग इसे दोगला व्यवहार बता रहे हैं। पिछले कुछ सालों से ईरान में महिलाओं पर लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हुए हैं। ईरान की महिलाएं भी सड़कों पर उतरी हैं। 2022 में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद यह महिलाएं और मुखर हुई हैं। महीसा अमिनी को सख्त हिजाब कानूनों की अवहेलना करने के लिए गिरफ्तार किया गया था और पुलिस हिरासत में उनकी मौत हो गई थी।
कई कार्यकर्ताओं और मानवाधिकार समूहों ने दावा किया है कि ईरान में सख्त कानूनों का विरोध करने वाली महिलाओं के साथ यातना, हिंसा और जबरन दवा देने के सबूत मिले हैं। ईरान में ड्रेस कोड का पालन न करने पर महिलाओं को सख्त सजा दी जाती है। पिछले कुछ दिनों पहले ईरान ने हिजाब का विरोध करने वाली महिलाओं के मानसिक इलाज के लिए क्लिनिक खोलने की भी बात की थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।