आदमपुर उपचुनाव: AAP vs BJP vs कांग्रेस का रोमांच, समझें तीनों के लिए क्यों जरूरी है VIP सीट
आदमपुर उपचुनाव में दम भर रहे उम्मीदवार कभी कांग्रेस के टिकट से ही मैदान में उतर चुके हैं। एक ओर जहां भव्य ने हिसार से लोकसभा चुनाव लड़ा था। वहीं, सतेंद्र 2014 में आदमपुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
उपचुनाव के लिए आदमपुर का मैदान तैयार है। भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी बुधवार को सीट पर उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। हरियाणा की यह VIP सीट कई मायनों में खास है। तीनों दलों के लिए यह उपचुनाव अहम होगा। क्योंकि एक ओर जहां भाजपा उम्मीदवार के लिए यह जंग विरासत बरकरार रखने की होगी। वहीं, कांग्रेस की जंग सीट पर नियंत्रण बनाए रखने की होगी। इधर, पंजाब के बाद नई सियासी जमीन तलाश रही आप के लिए भी यह जीत अच्छी शुरुआत साबित हो सकती है।
कांग्रेस: जय प्रकाश
कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश को उम्मीदवार बनाया है। जेपी हिसार से तीन बार के सांसद रह चुके हैं। साथ ही वह बरवाला विधानसभा सीट से विधायक हैं और कैथल की कलायत सीट से भी विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। खबर है कि चुनावी मैदान में जेपी की एंट्री के साथ ही मुकाबला रोमांचक हो गया है। क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्थानीय वोटर्स का मानना है कि अब किसी भी उम्मीदवार के लिए चुनाव आसान नहीं होगा। इससे पहले भी उन्होंने कुलदीप बिश्नोई को 2005 में कड़ी चुनौती पेश की थी। नतीजे आए, तो बिश्नोई की जीत का अंतर महज 6015 रह गया था।
अब बिश्नोई के पार्टी बदलने के बाद कांग्रेस इस सीट पर नियंत्रण बनाए रखना चाहेगी। साथ ही पार्टी जीत के जरिए यह दिखाने में कामयाब हो सकती है कि परिवर्तन की हवा चल रही है। इसके अलावा पार्टी बिश्नोई को हराकर राज्यसभा चुनाव और कांग्रेस छोड़ने का सियासी हिसाब भी पूरा करना चाहेगी।
भारतीय जनता पार्टी: भव्य बिश्नोई
भाजपा ने कुलदीप के बेटे भव्य पर भरोसा जताया है। अब यह चुनाव खुद कुलदीप के लिए भी चुनावी क्षमता साबित करने का मौका होगा। खास बात है कि साल 1968 के बाद से यह सीट बिश्नोई परिवार के पास है। इससे पहले 1968 से 2000 तक यहां भजन लाल का शासन रहा। इसके बाद 2005 में बिश्नोई इसे संभाल रहे हैं। साल 2012 उपचुनाव में पत्नी रेणुका ने जीत दर्ज की थी।
हालांकि, इस सीट से भाजपा को एक और फायदे के आसार हैं। अगर भव्य उपचुनाव में जीत दर्ज करते हैं, तो भाजपा राज्य में गठबंधन के साथी दुष्यंत चौटाला की जेजेपी के सामने और मजबूत स्थिति में आ जाएगी।
आम आदमी पार्टी: सतेंद्र सिंह
पड़ोसी राज्य पंजाब में 2022 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हाथों से सत्ता छीनने में सफल रही आप हरियाणा में भी बड़ी एंट्री की कोशिशों में जुटी हुई है। आप पहले ही तय कर चुकी है कि साल 2024 में होने वाले चुनाव में सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। इस बार उपचुनाव में पार्टी ने सतेंद्र सिंह पर भरोसा जताया है।
खास बात है कि हरियाणा आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का गृहराज्य है। इस लिहाज से भी पार्टी यहां तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी। खबर है कि पार्टी ने 2 हजार से ज्यादा वॉलिंटियर्स मैदान में उतारने का फैसला किया है। इसके अलावा दिल्ली और पंजाब के करीब 25 विधायक भी यहां प्रचार के लिए पहुंच सकते हैं।
कांग्रेस के टिकट पर लड़ चुके हैं तीनों उम्मीदवार
खास बात है कि आदमपुर उपचुनाव में दम भर रहे तीनों उम्मीदवार कभी कांग्रेस के टिकट से ही मैदान में उतर चुके हैं। एक ओर जहां भव्य ने हिसार से लोकसभा चुनाव लड़ा था। वहीं, सतेंद्र 2014 में आदमपुर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।