कुमारी सैलजा के आगे हाईकमान भी बैकफुट पर, सीधे राहुल गांधी से बात; मंच पर दिखेंगी साथ
- कुमारी सैलजा नाराज थीं और अब तक प्रचार में ही नहीं निकलीं। इस बीच जब भाजपा और बसपा ने कुमारी सैलजा की नाराजगी को मुद्दा बनाया और अपमान के आरोप लगाए तो कांग्रेस को दलितों के वोट के नुकसान की चिंता सताने की लगी है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कुमारी सैलजा से सीधे राहुल गांधी ने ही बात की है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कमान भूपिंदर सिंह हुड्डा कैंप के हाथों में है। कहा जा रहा है कि 90 में से 72 टिकट हुड्डा के कहने पर ही पार्टी हाईकमान ने बांटे हैं और उन्हें ही प्रचार की भी कमान सौंपी गई है। लेकिन इस बीच दलित नेता कुमारी सैलजा के अपमान को भाजपा और बसपा जैसे दलों ने मुद्दा बना लिया है। कुमारी सैलजा खुद को सीएम पद का दावेदार मानती हैं और विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं। वह उकलाना सीट से टिकट मांग रही थीं, लेकिन पार्टी ने उन्हें मौका देने से इनकार कर दिया। यही नहीं यहां से टिकट भी उनके किसी करीब की बजाय सीधे हुड्डा खेमे के नेता नरेश सेलवल को दे दी गई।
इससे कुमारी सैलजा नाराज थीं और अब तक प्रचार में ही नहीं निकलीं। इस बीच जब भाजपा और बसपा ने कुमारी सैलजा की नाराजगी को मुद्दा बनाया और अपमान के आरोप लगाए तो कांग्रेस को दलितों के वोट के नुकसान की चिंता सताने की लगी है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कुमारी सैलजा से सीधे राहुल गांधी ने ही बात की है। इसके बाद से कुमारी सैलजा का रुख बदला है। यही नहीं मंगलवार को तो वह मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने भी पहुंची थीं। अब खबर है कि वह गुरुवार से प्रचार पर निकलेंगी और सीधे राहुल गांधी के साथ मंच साझा करेंगी।
राहुल गांधी की करनाल की असंध सीट पर एक रैली होने वाली है। इस सीट से सैलजा खेमे के शमशेर सिंह गोगी चुनाव में उतरे हैं और उनके लिए राहुल गांधी प्रचार में आ रहे हैं। इसके अलावा कुमारी सैलजा टोहाना से कैंडिडेट परमवीर सिंह के लिए भी प्रचार करेंगी और हिसाब में राम निवास रारा के लिए भी उतरेंगी। इस तरह से वह अपने समर्थकों के लिए प्रचार करेंगी। लेकिन अहम बात यह है कि कैंपेन की शुरुआत वह राहुल गांधी के साथ रैली से करेंगी। इससे उन्होंने संकेत दिया है कि हाईकमान उनके साथ है और उनका दबाव भी रंग दिखा रहा है।
जातिवादी टिप्पणी पर सैलजा बोलीं- देखें, कैसे लोगों को टिकट मिला है
बता दें कि भाजपा और बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि कांग्रेस ने कुमारी सैलजा का अपमान किया है। एक दलित नेता को कांग्रेस ने महत्व नहीं दिया। यह मामला तब और बिगड़ा, जब नारनौंद में हुड्डा खेमे के एक नेता ने उन्हें लेकर विवादित और जातिवादी टिप्पणी की। इस पर भी जब सैलजा से पूछा गया कि आप लोग ही देखिए कि जिन लोगों को टिकट मिले हैं, वे कैसे हैं। उन्होंने कहा कि मेरा संघर्ष सिर्फ अपने लिए नहीं है बल्कि हरियाणा की 36 बिरादरी के लिए है।
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