10 दिन पहले सगाई, जल्द होनी थी शादी; कौन थे जामनगर क्रैश में शहीद होने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव
गुजरात के जामनगर वायुसेना स्टेशन के पास बुधवार रात भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान एक गांव में नाइट मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव का निधन हो गया। उनकी 10 दिन पहले ही सगाई हुई थी।

गुजरात के जामनगर वायुसेना स्टेशन के पास बुधवार रात भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान एक गांव में नाइट मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव का निधन हो गया। उनकी 10 दिन पहले ही सगाई हुई थी। 23 मार्च को उन्होंने दिल्ली की रहने वाली लड़की के साथ मंगनी की थी। परिवार ने उनकी शादी की तैयारियां शुरू कर दी थी, जो आने वाले कुछ महीनों में होने वाली थी।
नाइट ट्रेनिंग मिशन पर थे
युवा पायलट नाइट ट्रेनिंग मिशन पर थे, जब बुधवार को जामनगर एयरफील्ड से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद विमान रात करीब 9.30 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान जामनगर शहर से करीब 12 किलोमीटर दूर सुवरदा गांव के पास एक खुले मैदान में गिरा और उसमें आग लग गई। हादसे में को-पायलट बच गया और उनका अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि सिद्धार्थ यादव शहीद हो गए। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, हरियाणा के रेवाड़ी जिले के माजरा भालखी गांव के रहने वाले सिद्धार्थ 2017 में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए थे।
रगों में दौड़ता है देशप्रेम
देश सेवा उनकी रगों में दौड़ती थी। उनके पिता सुशील कुमार एक सेवानिवृत्त भारतीय वायुसेना कर्मी हैं, जबकि उनके दादा रघुबीर सिंह और परदादा दोनों ने भारतीय सेना में सेवाएं दी थी। अब, उनका पैतृक गांव एक वीर जवान की मौत के शोक में डूबा है। दूसरी तरफ दिल्ली में रहने वाली उनकी मंगेतर जिसने उनके साथ रहने के सपने देखे थे, वो भी गहरी पीड़ा में है। गुरुवार सुबह एक बयान में, भारतीय वायुसेना ने कहा कि नाइट मिशन पर गए पायलटों को बुधवार रात दुर्घटना से पहले विमान में "तकनीकी खराबी" का अनुभव हुआ था।
कमांडिंग एयर ऑफिसर ने किया फोन
सिद्धार्थ के पिता सुशील यादव को रात करीब 11 बजे कमांडिंग एयर ऑफिसर से यह दुखद खबर मिली। अधिकारी ने उन्हें बताया कि एक पायलट को बचा लिया गया है, लेकिन सिद्धार्थ की दुर्घटना में मौत हो गई है। उन्होंने कहा, "कमांडिंग एयर ऑफिसर ने कल रात करीब 11 बजे फोन करके हमें इस घटना के बारे में बताया कि एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, एक पायलट को बचा लिया गया है और दूसरे पायलट, हमारे बेटे का निधन हो गया है।"
कौन थे सिद्धार्थ यादव
- सुशील यादव अपने बेटे को एक मेधावी छात्र के रूप में याद करते हैं, जिसने हमेशा परिवार को गौरवान्वित किया। सिद्धार्थ ने जनवरी 2016 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) कोर्स 135 ज्वाइन किया और कुछ दिन पहले ही 23 मार्च को उनकी शादी तय हुई थी।
- यादव परिवार की समृद्ध सैन्य परंपरा है। सुशील यादव खुद वायु सेना में सेवा दे चुके हैं। जबकि उनके पिता और दादा सेना में सेवा दे चुके हैं। सिद्धार्थ के बलिदान ने परिवार को गर्व से भर दिया है, लेकिन इसके साथ ही दुख भी है, क्योंकि वह उनका इकलौता बेटा था।
- सुशील ने कहा, "मुझे उस पर बहुत गर्व है। उसने एक जीवन बचाते हुए अपनी जान गंवा दी, लेकिन यह दुख की बात भी है क्योंकि वह मेरा इकलौता बेटा था।"
- गुरु गोविंद सिंह सरकारी अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. दीपक तिवारी के अनुसार, पायलट के पैर में फ्रैक्चर हो गया था और उनका इलाज चल रहा था।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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