आखिर क्या है 'ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ', जिसने ठप कर दिए दुनिया भर के कंप्यूटर-लैपटॉप
विंडोज कंप्यूटर में अचानक ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) का सामने अचानक लाखों यूजर्स को करना पड़ा और ऐसा ग्लोबल आउटेज के चलते हुआ। अगर आपको इसका सामना करना पड़ता है तो आइए बताएं कि इसे कैसे फिक्स किया जा सकता है।
दुनियाभर के ढेर सारे लैपटॉप और पर्सनल कंप्यूटर शुक्रवार सुबह अचानक ठप पड़ गए और बार-बार रीस्टार्ट होने लगे। इसके अलावा कुछ डिवाइसेज में 'ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ' (BSOD) दिखने लगी। इसका असर दुनियाभर के कई बिजनेसेज पर पड़ा और बैकिंग से लेकर एयरलाइन्स तक प्रभावित हो गईं। आइए आपको बताते हैं कि यह ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ क्या है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है।
ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) एक एरर मेसेज है जो Microsoft Windows ऑपरेटिंग सिस्टम में किसी बड़ी दिक्कत का संकेत देता है। यह एरर तब आती है जब विंडोज OS किसी ऐसी स्थिति का सामना करता है जिसे संभाल नहीं पाता, और सिस्टम क्रैश हो जाता है। पहले BSOD को 'ब्लैक स्क्रीन ऑफ डेथ' के नाम से जाना जाता था, क्योंकि पुराने विंडोज वर्जन्स में एरर मेसेज काले रंग के बैकग्राउंड पर सफेद कलर के टेक्स्ट में दिखता था।
BSOD की स्थिति में क्या होता है?
कंप्यूटर अचानक बंद हो जाता है या फिर रीस्टार्ट हो जाता है, जिसके बाद स्क्रीन नीली हो जाती है और एरर मेसेज दिखाई देता है। इसके अलावा एरर मेसेज में तकनीकी जानकारी होती है और एरर का नाम और कोड बताया जाता है। इसके अलावा कंप्यूटर क्रैश हो जाता है और कुछ भी काम नहीं करता। यानी कि आप अपना कोई काम नहीं कर पाते।
इसलिए होती है BSOD की दिक्कत
हार्डवेयर प्रॉब्लम: हार्डवेयर में खराबी आने, मेमोरी की दिक्कत, या ड्राइवर्स से जुड़ी प्रॉब्लम्स BSOD की वजह बन सकती हैं।
सॉफ्टवेयर एरर: करप्ट सॉफ्टवेयर, वायरस या मालवेयर के चलते BSOD की परेशानी आ सकती है।
सिस्टम में खराबी: रजिस्ट्री एरर्स, सिस्टम फाइल्स का करप्ट होना, या अधूरे अपडेट के चलते भी BSOD का सामना करना पड़ सकता है।
BSOD से कैसे बच सकते हैं आप?
अपने कंप्यूटर को अपडेट रखें: तय करें कि आपके पास लेटेस्ट विंडोज अपडेट, ड्राइवर और सॉफ्टवेयर इंस्टॉल रहें।
एंटी-वायरस और एंटी-मालवेयर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें: अपने कंप्यूटर को वायरस और मालवेयर से बचाने के लिए एंटी-वायरस और एंटी-मालवेयर सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें।
समय-समय पर बैकअप लेते रहें: अपने महत्वपूर्ण डाटा का नियमित रूप से बैकअप लें ताकि BSOD के कारण डाटा लॉस से बचा जा सके।
BSOD की दिक्कत आने पर क्या करें?
कंप्यूटर को रीस्टार्ट करें: यदि आप लकी हैं, तो कंप्यूटर को रीस्टार्ट करने से BSOD ठीक हो सकता है।
सेफ मोड में बूट करें: यदि कंप्यूटर सामान्य रूप से बूट नहीं होता है, तो उसे सेफ मोड में बूट करने का प्रयास करें। हालांकि सेफ मोड में, केवल जरूरी ड्राइवर्स और सर्विसेज लोड होती हैं, जिससे एरर को फिक्स करना आसान हो जाता है।
एरर मेसेज में दी गई जानकारी की मदद लें: एरर मेसेज में दी गई जानकारी का इस्तेमाल करके उसके बारे में जानने की कोशिश करें। इसके बाद एरर फिक्स करना आसान हो जाता है।
ड्राइवर अपडेट करें: यदि दिक्कत किसी हार्डवेयर से जुड़ी है तो आप ड्राइवर्स अपडेट करके देख सकते हैं।
करप्ट सॉफ्टवेयर अनइंस्टॉल करें: अगर प्रॉब्लम किसी करप्ट सॉफ्टवेयर के चलते आ रही है तो आपको परेशान नहीं होना पड़ेगा और सॉफ्टवेयर अनइंस्टॉल करने के बाद
सिस्टम रिस्टोर करें: अगर आपने हाल ही में कोई सिस्टम अपडेट या चेंज किया है, तो सिस्टम रिस्टोर करके अपने कंप्यूटर को पिछली स्थिति में लेकर जाएं और दिक्कत ठीक हो जाएगी।
सिस्टम फाइल्स की जांच करें: सिस्टम फाइलों की जांच करने के लिए sfc /scannow कमांड का उपयोग करें। यह कमांड करप्ट सिस्टम फाइल्स को स्कैन और रिपेयर करेगा।
हार्डवेयर की जांच करें: अगर आपने पिछली सभी कोशिशें की हैं और फिर भी दिक्कत बनी हुई है, तो हार्डवेयर की जांच करवाएं और एक्सपर्ट को बुलाकर इसे रिपेयर करवाएं।
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