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Android यूजर्स सावधान: सिक्योरिटी ऐप के भेष में डेटा चुरा रहा यह मैलवेयर, आपके फोन में तो नहीं?

करोड़ों Android यूजर्स पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। एक ट्रोजन मैलवेयर, सिक्योरिटी ऐप के भेष में लोगों के फोन में घुसकर उनका डेटा चुरा रहा है। पढ़ें और बचें

Arpit Soni लाइव हिन्दुस्तानFri, 5 April 2024 10:38 AM
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करोड़ों Android यूजर्स पर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है। एक ट्रोजन मैलवेयर, सिक्योरिटी ऐप के भेष में लोगों के फोन में घुसकर उनका डेटा चुरा रहा है। सुरक्षा शोधकर्ताओं ने पाया है कि एक ट्रोजन मैलवेयर खुद को McAfee सिक्योरिटी ऐप के रूप में दिखा रहा है। यह मैलवेयर केवल एंड्रॉयड यूजर्स को प्रभावित कर रहा है, और इसका उद्देश्य लोगों की पर्सनस डेटा जैसे पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल, फोटो, वीडियो जैसी अन्य संवेदनशील जानकारी को चोरी करना है। इसकी सूचना सबसे पहले ब्लीपिंग कंप्यूटर ने दी थी।

यह ट्रोजन मैलवेयर कथित तौर पर वल्चर मैलवेयर का ज्यादा शक्तिशाली वर्जन है। वल्चर स्क्रीन रिकॉर्डिंग क्षमताओं को शामिल करने वाले शुरुआती एंड्रॉयड बैंकिंग मैलवेयर में से एक था और इसमें कीलॉगिंग और पीड़ित की डिवाइस स्क्रीन के साथ इंटरैक्ट करने जैसे काम भी शामिल थे। इसका प्राइमरी फोकस कीलॉगिंग और रिमोट कंट्रोल के लिए बैंकिंग ऐप्स को टारगेट करना था। वल्चर की खोज सबसे पहले ThreatFabric द्वारा मार्च 2021 के अंत में की गई थी।

इस मैलवेयर को Google Play Store के माध्यम से फैलाया जा रहा है। जाहिर तौर पर, मैलवेयर पहली बार 2022 में एंड्रॉयड ऐप स्टोर पर भेजा गया था और तभी से यह प्लेटफॉर्म पर एक्टिव है।

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कैसे काम करता है या मैलवेयर?

मैलवेयर काफी हद तक MacAfee सिक्योरिटी ऐप के लिए एक प्रमोशन मैसेज जैसा दिखता है, और इसके झांसे में आना काफी आसान है। आमतौर पर, एक एंड्रॉयड यूजर को एक एसएमएस प्राप्त होगा जो आपके बैंक अकाउंट में एक अनअथॉराइज्ड ट्रांजैक्शन का पता लगाने का दावा करेगा, जिसमें उनसे सहायता के लिए दिए गए नंबर पर कॉल करने का आग्रह किया जाएगा।

जब आप उस नंबर पर कॉल करते हैं, तो यूजर स्कैमर्स से जुड़ जाएंगे, जो ब्रुनहिल्डा मैलवेयर ड्रॉपर वाले मैकेफी सिक्योरिटी ऐप के मलिशियस वर्जन को डाउनलोड करने के लिए एक लिंक के साथ एक फॉलो-अप एसएमएस भेजेंगे।

इस नकली ऐप को इंस्टॉल करने से, यह आपके डिवाइस की 'एक्सेसिबिलिटी सर्विसेज' तक पहुंच प्राप्त कर लेगा, जो अंततः इसे मैलवेयर के मेन सर्वर से कनेक्ट कर देगा। और एक बार ऐसा होने पर, हमलावर आपके डिवाइस पर मौजूद किसी भी जानकारी तक दूर बैठे यानी रिमोटली एक्सेस सकते हैं।

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ऐसे मैलवेयर से कैसे सुरक्षित रहें?

ऐसे मैलवेयर से सुरक्षित रहने के लिए, भेजे गए किसी भी रैंडम लिंक से कोई ऐप डाउनलोड नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, ब्राउजर से भी ऐप्स डाउनलोड न करें। केवल गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से ऑफिशियल ऐप्स डाउनलोड करें। किसी ऐप को डाउनलोड करने से पहले हमेशा उसके रिव्यू और रेटिंग चेक करना भी एक अच्छी आदत है। जिससे आपको ऐप की सही या गलत होने का एक अच्छा खासा अंदाजा लग जाएगा। साथ ही, हर ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी डेवलपर डिटेल पर हमेशा ध्यान दें।

 

(फोटो क्रेडिट-thesun)

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