शुभमन गिल नहीं…वॉशिंगटन सुंदर को नंबर-4 पर खिलाकर किसने खेला ‘मास्टर स्ट्रोक’? बल्लेबाज ने बताया किसका था फैसला
- वॉशिंगटन सुंदर ने मैच के बाद कहा कि दो विकेट गिरने के बाद कोच ने मुझसे नंबर चार पर जाने को कहा। यह मेरे लिए एक दुर्लभ मौका था और मैंने इसका पूरा फायदा उठाया।
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 153 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए गुजरात टाइटंस की टीम शुरुआती ओवरों में ही मुश्किल में पड़ गई थी। तीसरे ओवर में साई सुदर्शन तो चौथे ओवर में जोस बटलर के रूप में टीम को दो बड़े झटके लगे। जब यह दोनों बैट्समैन आउट हुए तो गुजरात ने बोर्ड पर मात्र 16 ही रन लगाए थे। तब मैदान पर एंट्री शुभमन गिल की हुई, जिन्होंने आते ही मैच का रुख बदल दिया। पावरप्ले के आखिरी ओवर में 20 रन ठोकर सुंदर ने इस रनचेज को रफ्तार प्रदान की और फिर कप्तान शुभमन गिल के साथ 90 रनों की पार्टनरशिप कर टीम को जीत की राह दिखाई। हालांकि सुंदर मात्र 1 रन से अपने अर्धशतक से चूक गए।
गुजरात टाइटंस की इस जीत के बाद यह चर्चे होने लगे कि वॉशिंगटन सुंदर को नंबर-4 पर भेजने का फैसला किसका था। दरअसल, जब से इंपैक्ट प्लेयर नियम आया है तब से वॉशिंगटन सुंदर की प्लेइंग XI में जगह बनने में मुश्किल हो रही है। ऐसे में अब जीटी ने उन्हें मौका दिया और इस खिलाड़ी ने टीम की उम्मीदों पर खरा उतरकर दिखाया।
मैच के बाद वॉशिंगटन सुंदर ने खुद खुलासा किया कि उन्हें नंबर-4 पर भेजने का फैसला किसका था। बता दें, यह डिसीजन कप्तान शुभमन गिल का नहीं था।
वॉशिंगटन सुंदर ने कहा, “मेरे कप्तान (गिल) इस पारी के दौरान मुझसे कहते रहें कि मैच को जितना हो सके डीप लेकर जाओ। मुझे अच्छी शुरुआत मिली और मैं मैच को खत्म करना चाहता था। हैदराबाद में पिछले कुछ सालों में यह ट्रेंड रहा है कि दूसरी पारी में विकेट आसान हो जाती है और 160-170 के लक्ष्य का पीछा उतना मुश्किल नहीं लगता।"
उन्होंने आगे कहा, "दो विकेट गिरने के बाद कोच ने मुझसे नंबर चार पर जाने को कहा। यह मेरे लिए एक दुर्लभ मौका था और मैंने इसका पूरा फायदा उठाया।”