रोहित शर्मा के लिए आज का दिन अहम…खिताब पर नजरें, मगर फैंस को दे सकते हैं झटका
- रोहित शर्मा के लिए आज का दिन काफी अहम है। उनकी नजरें चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने पर हैं, लेकिन वे फैंस को रिटायरमेंट वाला झटका दे सकते हैं। वे वनडे क्रिकेट में अपने भविष्य को लेकर फैसला कर सकते हैं।

एक कुशल बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि शानदार कप्तान के रूप में लंबे समय से भारतीय क्रिकेट को अपनी सेवाएं देने वाले रोहित शर्मा के लिए आज यानी रविवार 9 मार्च का दिन काफी अहम है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल आज टीम इंडिया को रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलना है। न्यूजीलैंड के खिलाफ दुबई में खेले जाने वाले इस खिताबी मैच के बाद रोहित शर्मा वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने भविष्य को लेकर फैसला कर सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फाइनल में जीत का प्रबल भारत को दावेदार माना जा रहा है। अगर भारतीय टीम खिताब जीतने में सफल रहती है तो महेंद्र सिंह धोनी के बाद रोहित शर्मा एक से अधिक आईसीसी प्रतियोगिता जीतने वाले भारत के दूसरे कप्तान बन जाएंगे। रोहित की कप्तानी में भारत ने पिछले साल वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप जीता था और उस टूर्नामेंट के बाद उन्होंने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया था।
ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि रोहित शर्मा चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के बाद इस तरह का फैसला कर सकते हैं और इसमें मैच का परिणाम कोई भूमिका नहीं निभाएगा। इसके पीछे का कारण है, उनकी फॉर्म, फिटनेस और उम्र। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार चैंपियंस ट्रॉफी के बाद रोहित वनडे में अपने भविष्य को लेकर चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर के साथ चर्चा कर सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट में देखा गया है कि चयनकर्ता किसी बड़े खिलाड़ी के भविष्य को लेकर फैसला नहीं करते हैं, बल्कि खिलाड़ी स्वयं इसको लेकर बोर्ड के शीर्ष पदाधिकारियों से बात करते हैं। अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी जीतता है तो कप्तान रोहित संन्यास की घोषणा कर सकते हैं, लेकिन यह बात समझ में आती है कि फाइनल से पहले वह संन्यास से जुड़े सवालों से बचने के लिए संवाददाता सम्मेलन में नहीं आए।
रोहित की जगह उप कप्तान शुभमन गिल ने पत्रकारों को संबोधित किया और स्पष्ट किया कि ड्रेसिंग रूम में किसी खिलाड़ी के संन्यास को लेकर कोई चर्चा नहीं चल रही है। इससे पता चलता है कि मामला कितना संवेदनशील है। इतना तय है कि कोहली और रोहित वनडे से एक साथ संन्यास नहीं लेंगे। टी20 विश्व कप के बाद ऐसा हुआ, क्योंकि उस प्रारूप में उनके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हासिल करने के लिए और कुछ नहीं बचा था।
अगर अन्य फॉर्मेट की बात करें तो कोहली की निगाह टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन पूरे करने पर टिकी हैं। उनके समकालीन बल्लेबाज स्टीव स्मिथ, जो रूट और केन विलियमसन पहले ही यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। एक टेस्ट क्रिकेटर के रूप में कोहली का आगे खेलना निश्चित है और इस साल होने वाले इंग्लैंड दौरे में उनकी जरूरत पड़ेगी, लेकिन यही बात रोहित के लिए नहीं कही जा सकती, क्योंकि वे ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर अच्छी फॉर्म में नहीं होने के कारण सिडनी में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच से स्वयं बाहर हो गए थे।
क्या रोहित वनडे से संन्यास लेंगे और टेस्ट क्रिकेट में बने रहेंगे, या उन्हें घरेलू धरती पर वनडे मैच खेल कर विदाई लेने का मौका दिया जाएगा? इसका जवाब भविष्य के गर्त में छिपा है, लेकिन अगर भारत के भविष्य के दौरान कार्यक्रम (एफटीपी) पर गौर करें तो भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर में होने वाली सीरीज से पहले स्वदेश में कोई वनडे मैच नहीं खेलना है। इसका मतलब होगा कि भारतीय कप्तान अगर बांग्लादेश में होने वाली वनडे सीरीज, श्रीलंका में होने वाले एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की सीरीज में नहीं खेलते हैं तो उन्हें नौ मार्च के बाद अगला वनडे खेलने का मौका दिसंबर में ही मिलेगा।
अगर रोहित को लगता है कि वह 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप तक टीम में नहीं बने रहेंगे तो क्या चैंपियंस ट्रॉफी के बाद वह इस प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे? इस सवाल का जवाब रविवार को काफी हद तक स्पष्ट हो जाएगा। वैसे भी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के नतीजे पर काफी कुछ निर्भर करता है। अगर भारत हारता है तो फिर रोहित शर्मा से कप्तानी छीन ली जाएगी। वहीं, अगर भारत जीतता है तो फिर कप्तानी को लेकर थोड़ा विचार चयनकर्ताओं को भी करना होगा। इसके अलावा फाइनल में रोहित की परफॉर्मेंस के भी मायने होंगे।