Hindi Newsक्रिकेट न्यूज़Rohit Sharma React to Yashasvi Jaiswal Controversial dismissal its about technology which we all know is not 100 percent

हमें ही भुगतना पड़ता है...यशस्वी के विवादित आउट पर रोहित बोल गए कड़वा सच, तकनीक पर 100 प्रतिशत भरोसा नहीं

  • यशस्वी जायसवाल के विवादित आउट पर कप्तान रोहित शर्मा ने कड़वा सच बोला है। रोहित को लगता है कि गेंद बल्लेबाज को छ्रकर निकली थी। हालांकि, उन्होंने साथ ही कहा कि तकनीक पर 100 प्रतिशत भरोसा नहीं।

Md.Akram भाषाMon, 30 Dec 2024 02:44 PM
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यशस्वी जायसवाल को विवादास्पद तरीके से आउट दिये जाने के फैसले ने हंगामा खड़ा कर दिया लेकिन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने गेंद के इस बाएं हाथ के बल्लेबाज को ‘छ्रकर’ निकलने का ‘अनुमान’ लगाते हुए कहा कि तकनीक से जुड़े ऐसे करीबी मामलों में फैसले अकसर उनकी टीम के खिलाफ जाते हैं। स्निको (आवाज की रीडिंग दिखाने वाली तकनीक) पर कोई हरकत नहीं दिखने के बाद भी तीसरे अंपायर सैकत शरफुद्दौला ने जायसवाल को आउट करार दिया। वह उस समय 84 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।

जायसवाल तेज गेंदबाज पैट कमिंस की शॉर्ट-पिच गेंद पर हुक करने की कोशिश में चूक गए। गेंद विकेटकीपर एलेक्स कैरी के दस्तानों में जाने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने कैच आउट की अपील की लेकिन मैदान अंपायर जोएल विल्सन ने बल्लेबाज को नॉट आउट दिया। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान कमिंस ने इस फैसले के खिलाफ रिव्यू लिया और तीसरे अंपायर सैकत ने स्निको में कोई हरकत नहीं दिखने के बावजूद जायसवाल के बल्ले या ग्लव्स से टकराकर गेंद के ‘डिफ्लेक्ट (दिशा में मामूली बदलाव)’ होने का हवाला देकर उन्हें आउट करार दिया। उनके इस फैसले के बाद मेलबर्न क्रिकेट मैदान में मौजूद भारतीय प्रशंसक ‘बेईमान-बेईमान’ के नारे लगाने लगे।

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जायसवाल 208 गेंद में 84 रन बनाकर आउट हुए। उनके आउट होते ही भारत की मैच बचाने की उम्मीद खत्म हो गई और टीम दूसरी पारी में जीत के लिए 340 रन का पीछा करते हुए महज 155 रन पर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में चौथे मैच में 184 रन की जीत के साथ पांच टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली। तीसरे अंपायर के फैसले के बाद जायसवाल ने मैदानी अंपायर से बातचीत भी की लेकिन उन्हें पवेलियन की तरफ लौटना पड़ा। रोहित संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में पूछे जाने पर भावुक होने की जगह ज्यादा व्यावहारिक दिखे।

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उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि इसका क्या मतलब निकाला जाए क्योंकि तकनीक ने कुछ भी नहीं दिखाया लेकिन आंखों से ऐसा लग रहा था गेंद उसे छूकर निकली है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि अंपायर तकनीक का उपयोग कैसे करना चाहते हैं, लेकिन पूरी निष्पक्षता से मुझे लगता है कि उन्होंने गेंद को छुआ था।’’ भारतीय कप्तान ने हालांकि इस बात पर निराशा जताई कि उनकी टीम को अक्सर ऐसे फैसलों का खामियाजा भुगतना पड़ता है। रोहित ने कहा, ‘‘यह उस तकनीक के बारे में है जिसके बारे में हम सभी जानते हैं कि वह 100 प्रतिशत नहीं है। लेकिन फिर भी हम वास्तव में उस पर बहुत अधिक गौर नहीं करना चाहते हैं।’’

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कप्तान ने कहा, ‘‘यह सिर्फ इतना है कि हमें अक्सर इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। ऐसा लगातार हो रहा है, इसलिए हम थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे हैं।’’ भारत के पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने तीसरे अंपायर के फैसले की आलोचना की। गावस्कर ने मेजबान प्रसारक से कहा, ‘‘ गेंद की दिशा में मामूली बदलाव ‘दृष्टि भ्रम’ हो सकता है। आपने तकनीक क्यों रखी है? अगर तकनीक है, तो उसका उपयोग करना चाहिए। आप जो देखते हैं उसके आधार पर निर्णय नहीं ले सकते और तकनीक को नजरअंदाज नहीं कर सकते।’’

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