मैं बड़े भाई को गोली मार दूंगा...पहलगाम अटैक पर ये क्या बोल गया पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर?
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली का पहलगाम अटैक पर रिएक्शन आया है। उन्होंने दिल से एक दुआ की है। आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान गई है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। आतंकवादियों ने मंगलवार को (22 अप्रैल) को 26 लोगों की हत्या कर दी। पाकिस्तानी आतंकियों ने पहलगाम में पर्यटकों पर गोलीबारी की थी। पहलगाम अटैक पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली का रिएक्शन आया है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने साथ ही कहा कि हमलावरों को जनता के सामने गोली से उड़ा देना चाहिए।
'अगर बड़ा भाई भी होगा तो...'
बासित ने अपने यूट्यूब पर कहा, ''पहलगाम हमले में 26 लोगों की जान ले ले गई। मैं तो उन्हें शहीद बोलूंगा। यह बहुत बड़ा जुल्म हुआ है। जो चीजें मैंने सुनी हैं, वो काबिल-ए-माफी नहीं हैं। कोई भी हो। किसी को भी किसी की जान लेने का हक नहीं है। यह मेरा मजहब बोलता है। वो मुसलमान हो ही नहीं सकता, जो किसी की जान ले। अगर मेरा बड़ा भाई भी होगा तो मैं गोली मार दूंगा। पहलगाम की खबर बहुत ही अफसोसनाक है। पीड़ित परिवारों को श्रद्धांजलि।''
'मुझे भी गोली मार देनी चाहिए'
पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ''जिसने भी इसको अंजाम दिया है, उन्हें माफी नहीं मिलनी चाहिए। कोई भी हो। अगर मैं भी हूं तो मुझे सूली पर लटकना देना चाहिए। मुझे गोली मार देनी चाहिए। बेकसूर लोगों की जान ली गई है। जो बेचारे छुट्टी मनाने गए थे, उनकी जान ले ली। जिन्होंने भी हमला किया है, मेरी अल्लाह ताला से दुआ है कि उनके परिवारों के साथ भी ऐसा ही होना चाहिए। मैं हर नमाज में यह दुआ करूंगा। चाहे कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए।। सबसे बड़ी मिसाल मैंने अपनी दी है। अगर मैं भी हूं तो बख्शना नहीं चाहिए।''
बासित ने दिल से की ये दुआ
उन्होंने आगे कहा, ''जो भी लोग हमले में शामिल हैं, उन्हें जल्द से जल्द पकड़ना चाहिए। केस नहीं चलाना चाहिए, उन्हें जनता के सामने सीधे गोली मार देनी चाहिए। पीड़ित परिवारों को अल्लाह सब्र दे। जिन्होंने भी हमला किया है, उन्हें ऐसी सजा मिले कि वो याद रखें। मेरे मजहब में किसी को कत्ल करने की इजाजत नहीं है। कुरआन शरीफ में नहीं लिखा कि किसी को कत्ल करो। दिल से दुआ है कि जिन्होंने भी यह किया है, उनके साथ भी ऐसा ही अंजाम होना चाहिए।''