छत्तीसगढ़ मेडिकल उपकरण घोटाला: टेंडर प्रक्रिया में धांधली से 500 करोड़ का नुकसान, 6 अरेस्ट
राज्य की आर्थिक अपराध शाखा और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 2023 में मेडिकल उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया में कथित भ्रष्टाचार की जांच करने का दावा किया है। इससे राज्य के खजाने को लगभग 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

छत्तीसगढ़ में मेडिकल उपकरणों की खरीद से जुड़ा बड़ा घोटाला सामने आया है। राज्य की आर्थिक अपराध शाखा और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 2023 में मेडिकल उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया में कथित भ्रष्टाचार की जांच करने का दावा किया है। विभाग में तैनात अधिकारियों द्वारा चिकित्सा उपकरणों और इससे जुड़े सामानों की खरीद में भ्रष्टाचार और कथित उल्लंघन से जुड़ी बात सामने आई है। इससे राज्य के खजाने को लगभग 500 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ है।
25 अप्रैल को रायपुर की अदालत में ईओडब्ल्यू द्वारा दायर आरोपपत्र में स्वास्थ्य सेवा निदेशालय (डीएचएस) और छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) की गंभीर खामियों को उजागर किया गया है। इससे राज्य के खजाने को लगभग 500 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ है।
एजेंसी ने इन छह लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। इनके नाम- शशांक चोपड़ा, बसंत कुमार कौशिक, किसरौद्र रौतिया, डॉ. अनिल परसाई, कामकलकांत पाटनवार और दीपक बांधे। आरोप पत्र में दावा किया गया है कि सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है और वे न्यायिक रिमांड पर हैं।
आरोपपत्र में कहा गया है कि न तो सभी सदस्यों के हस्ताक्षर लिए गए और न ही इसमें अपनाई गई प्रक्रिया पारदर्शी थी। इसके बजाय, आरोपी अधिकारियों ने प्रक्रिया में अपनाए गए मानदंडों को दरकिनार करते हुए और समिति से महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई गई। इन बातों से यह भी पता चला है कि सीजीएमएससी द्वारा 2 जून 2023 को 314.81 करोड़ रुपये के खरीद आदेश बिना किसी स्वीकृत बजट या प्रशासनिक अनुमति के जारी किए गए थे।
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