Hindi Newsकरियर न्यूज़Teachers will work from home in Jharkhand till May 13

झारखंड में 13 मई तक घर से काम करेंगे शिक्षक

आरयू कार्यालय, विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभाग, संबद्ध कार्यालय और विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी कॉलेजों में 13 मई तक घर से काम करने की व्यवस्था लागू रहेगी। जबकि जरूरत पड़ने पर विश्वविद्यालय...

Saumya Tiwari वरीय संवाददाता, रांचीSun, 9 May 2021 10:22 AM
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आरयू कार्यालय, विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभाग, संबद्ध कार्यालय और विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी कॉलेजों में 13 मई तक घर से काम करने की व्यवस्था लागू रहेगी। जबकि जरूरत पड़ने पर विश्वविद्यालय पदाधिकारी व कर्मचारी यूजीसी दिशानिर्देशों और सरकारी निर्देशों के अनुसार कार्यालय में काम के लिए बुलाए जा सकते हैं।

शनिवार को कुलपति डॉ कामिनी कुमार की अध्यक्षता में हुई कोविड-19 सेल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। साथ ही परीक्षा संबंधी कई निर्णय लिए गए। तय हुआ ऑनलाइन परीक्षा का संचालन अगले आदेश तक जारी रहेगा। वहीं रिम्स के एमबीबीएस थर्ड प्रोफेशनल की वार्षिक परीक्षा और एमडी\एमएस\एमसीएच\डिप्लोमा की वार्षिक परीक्षाों का पहली जून आयोजन पर भी चर्चा की गई।

इस संबंध में कुलपति ने उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के सचिव को पत्र भेजा है। जिसमें निदेशक रिम्स की ओर से प्रस्तावित तिथि के आलोक में 1 जून से ऑफलाइन मोड में अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित करने की अनुमति मांगी गई है। तय हुआ कि सरकार से अनुमति प्राप्त करने के बाद परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया जाएगा। बैठक में रिम्स के एनएटी विभाग सत्र 2018-21 की छात्रा शालिनी कुमारी के लिए एमसीआई के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए इस साल परीक्षा में शामिल होने देने के लिए रिम्स की अनुमति मांगी गई। शालिनी मातृत्व अवकाश पर थीं।

पेमेंट गेटवे खोला गया-

बैठक में ईडीपीसी के निदेशक ने स्नातक सत्र 2019-20 के लिए बीए, बीएससी, बीकॉम सेमेस्टर-2 परीक्षा के लिए पेमेंट गेटवे खोलने की सूचना दी। इनके फॉर्म 8 मई से ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से भरे जाएंगे।

योग प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण दिया गया-

रांची विश्वविद्यालय के रेडियो खांची 90.4 एफएम, एनएसएस और स्कूल ऑफ योग की ओर से शनिवार को कॉमन योग प्रोटोकॉल विषय पर ऑनलाइवन कार्यशाला आयोजित की गई। इनमें एनएसएस के 100 स्वयंसेवकों व कार्यक्रम पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इसकी शुरुआत करते हुए कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि कोरोना काल पूरे विश्व में योग के प्रभाव को माना गया है और दुनियाभर में लोग भारतीय योग विधियों का अभ्यास कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। उन्होंवे कहा कि कॉमन योग प्रोटोकॉल से किसी भी उम्र को लाभ मिल सकता है।

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