सस्ता होगा खाद्य तेल, मोदी सरकार ने रिफाइंड सोया तेल और रिफाइंड सूरजमुखी तेल पर आयात शुल्क घटाया
दाल की बढ़ती कीमतों को कम करने की कवायद के बीच मोदी सरकार ने अब खाद्य तेलों की कीमतों को कम करने के लिया बड़ा कदम उठाया है। रिफाइंड सोया और सूरजमुखी तेल पर आयात शुल्क कम कर दिया गया है।
मोदी सरकार ने दाल के बाद अब खाद्य तेलों की कीमतों पर लगाम लगाने की कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत सरकार ने रिफाइंड सोया तेल और रिफाइंड सूरजमुखी तेल पर आयात शुल्क 17.5% से घटाकर 12.5% कर दिया है। यह आज यानी 15 जून से प्रभावी हो गया है। इसके साथ अब सभी कच्चे तेल यानी कच्चे पाम तेल, सूरजमुखी तेल और सोया तेल पर 5% आयात शुल्क लगेगा यानी कुल 5.5% टैक्स लगेगा। रिफाइंड खाद्य तेल के मामले में प्रभावी आयात शुल्क 13.75% है, जबकि उनके रिफाइंड तेल पर 12.5% आयात शुल्क और आयात शुल्क पर 10% उपकर लगेगा।
एसईए बीवी मेहता ने मिंट को बताया, "खाद्य तेल की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक ने कहा, "कच्चे और रिफाइंड सोया और सन फ्लावर ऑयल के बीच कम शुल्क अंतर के बावजूद, रिफाइंड सोया तेल या सूरजमुखी तेल के शिपमेंट की संभावना व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य नहीं है, लेकिन बाजार पर कुछ अस्थायी भावनात्मक प्रभाव पड़ सकता है।"
सस्ता आयातित तेल से किसान परेशान
कारोबारी सूत्रों ने कहा कि रूस के निर्यात शुल्क में कमी करने के बाद इंडोनेशिया ने भी अपने कच्चा पामतेल (सीपीओ) के निर्यात शुल्क को लगभग 400 रुपये प्रति क्विंटल घटा दिया है। तेल पेराई मिलों और छोटे कारोबारियों की हालत बेहद खराब है क्योंकि उन्हें पेराई करने में नुकसान है। जब तक सस्ता आयातित तेल पर लगाम नहीं होगा, देसी तिलहन किसान और खाद्यतेल मिलों की हालत पस्त रहेगी। सूत्रों के मुताबिक सस्ते आयातित तेल (सूरजमुखी) की मौजूदगी में देशी तेल तिलहन महंगा होने के कारण खप नहीं रहे। सूरजमुखी से महंगा होने से आयातित सोयाबीन डीगम तेल के भी खरदार कम हैं।
बजट 2024 जानेंHindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, इनकम टैक्स स्लैब Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।