इस शुगर कंपनी के शेयरों में आज आ सकता है भूचाल, सेबी ने प्रमोटर्स और अधिकारियों पर लगाया बैन
- सेबी ने राणा शुगर्स और उसके प्रमोटर्स एवं अधिकारियों को प्रतिभूति बाजार से दो साल के लिए बैन कर दिया। इसके अलावा कोष की हेराफेरी के लिए 63 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने मंगलवार को राणा शुगर्स और उसके प्रमोटर्स एवं अधिकारियों को प्रतिभूति बाजार से दो साल के लिए बैन कर दिया। इसके अलावा कोष की हेराफेरी के लिए 63 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। सेबी ने इंदर प्रताप सिंह राणा (प्रमोटर और प्रबंध निदेशक), रणजीत सिंह राणा (चेयरमैन), वीर प्रताप राणा, गुरजीत सिंह राणा, करण प्रताप सिंह राणा, राजबंस कौर, प्रीत इंदर सिंह राणा और सुखजिंदर कौर पर किसी लिस्टेड कंपनी में डायरेक्टर या कोई अन्य मैनेजमेंट लेवल का पद लेने से भी 2 साल के लिए रोक दिया है।
इस खबर के बाद आज निवेशकों की नजर राणा शुगर के शेयरों पर रहेगी। शेयरों में भूचाल आने के आसार हैं। क्योंकि, इससे पहले अनिल अंबानी पर ऐसा ही एक्शन हुआ और इसके बाद से रिलायंस होम फाइनेंस के शेयर में लगातार लोअर सर्किट लग रहा है। अगर राणा शुगर्स की बात करें तो यह शेयर मंगलवार को 0.47 फीसद टूटकर 23.33 रुपये पर बंद हुआ था। पिछले 5 साल में 960 पर्सेंट से अधिक का रिटर्न देने वाले इस शेयर का 52 हफ्ते का हाई 30.40 रुपये और लो 18.20 रुपये है।
सेबी ने क्यों की कड़ी कार्रवाई
सेबी ने राणा शुगर्स, उसके प्रवर्तकों, अधिकारियों और अन्य संबंधित पक्षों पर तीन करोड़ रुपये से लेकर सात करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया है। सेबी के मुख्य महाप्रबंधक जी रमर ने अंतिम आदेश में कहा, ''मुझे लगता है कि नोटिस प्राप्तकर्ताओं, जो आरएसएल के प्रवर्तक हैं और आरएसएल से इस तरह के कोष के हेरफेर लाभार्थी हैं, ने पीएफयूटीपी (धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार व्यवहार निषेध) नियमों का उल्लंघन किया है।
आदेश के मुताबिक, मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) मनोज गुप्ता भी थे, वह पीएफयूटीपी नियमों का उल्लंघन करने वालों में हैं। वह आरएसएल के हेरफेर किए गए वित्तीय विवरणों पर हस्ताक्षर और प्रमाणित करते थे।
सेबी की जांच में क्या निकला
जांच से पता चला है कि राणा शुगर्स लिमिटेड वित्त वर्ष 2016-17 में लक्ष्मीजी शुगर्स मिल्स कंपनी का संबद्ध पक्ष के रूप में खुलासा करने में विफल रही। इसके अलावा, कंपनी संबद्ध पक्ष के रूप में एफटीपीएल, सीएपीएल, जेएबीपीएल, आरजेपीएल और आरजीएसपीएल का खुलासा करने में भी विफल रही। सेबी के मुताबिक, इंद्र प्रताप, रणजीत, वीर प्रताप सिंह राणा, राणा शुगर्स के मामलों के प्रभारी और जिम्मेदार व्यक्ति थे। लिहाजा राणा शुगर्स, इंद्र प्रताप, रणजीत सिंह और वीर प्रताप सिंह राणा ने एलओडीआर नियमों का उल्लंघन किया है।
सेबी ने अनिल अंबानी को भी कर रखा है बैन
बता दें कुछ दिन पहले सेबी ने दिग्गज बिजनेसमैन अनिल अंबानी और अन्य 24 लोगों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेते हुए 5 साल का प्रतिबंध लगाया था। साथ ही सेबी ने अनिल अंबानी के ऊपर 25 करोड़ रुपये की पेनाल्टी लगाई। इसके बाद रिलायंस होम फाइनेंस के शेयर में लगातार लोअर सर्किट लग रहा है। 23 अगस्त को यह शेयर 4.92 रुपये पर था और बैन की खबर के बाद 27 अगस्त को 4 रुपये रह गया।
सेबी ने अनिल अंबानी को किसी भी लिस्टेड कंपनी या फिर मार्केट के साथ रजिस्टर्ड कंपनी के डायरेक्टर या अन्य मैनेजर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर जुड़ने से भी रोक लगाया है। सेबी ने रिलायंस होम फाइनेंस पर भी कड़ा एक्शन लिया है। सेबी ने सिक्योरिटीज मार्केट से रिलायंस होम फाइनेंस को 6 महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही कंपनी पर 6 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
इनपुट: भाषा
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