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Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़Gold price after budget is this the right time to buy gold or should we wait some more

क्या यह सोना खरीदने का सही वक्त है या अभी और इंतजार करना चाहिए?

  • Gold price after budget: केवल 5 कारोबारी दिन में सोन के भाव करीब 6000 और चांदी के 10000 रुपये तक गिर चुके हैं। ऐसे में क्या सोना-चांदी खरीदने के लिए यह उचित समय है?

Drigraj Madheshia नई दिल्ली। लाइव हिन्दुस्तान Thu, 25 July 2024 08:25 AM
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पर्सनल लोन

Gold price after budget:केवल 5 कारोबारी दिन में सोन के भाव करीब 6000 और चांदी के 10000 रुपये तक गिर चुके हैं। ऐसे में क्या सोना-चांदी खरीदने के लिए यह उचित समय है? रक्षाबंधन, धनतेरस, दिवाली जैसे फेस्टिव सीजन और आने वाले शादियों के सीजन को देखते हुए सोने-चांदी के जेवरों की डिमांड में उछाल की पूरी उम्मीद है। ऐसे में दोनों धातुओं के दाम में तेजी आने की संभावना है। आइए एक्सपर्ट्स से समझें कि अभी खरीदारी में समझदारी है या और गिरावट का इंतजार करना चाहिए...

5 दिन में चांदी 10000 तो सोना 6000 रुपये हुआ सस्ता: बजट से पहले सर्राफा मार्केट में सोना 18 जुलाई को 74065 रुपये प्रति 10 ग्राम के औसत रेट पर था। केवल 5 कारोबारी दिन में यह करीब 6000 रुपये सस्ता होकर 68177 रुपये पर आ गया। आईबीजेए के रेट के अनुसार इसी तरह चांदी 18 जुलाई को 91614 रुपये प्रति किलो के रेट पर खुली थी। आज के डेट में यह 81801 रुपये पर है। इस अवधि में यह करीब-करीब 10000 रुपये प्रति किलो सस्ती हुई है।

 

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बजट का असर तो भरभरा कर गिरे सोने-चांदी के भाव: सरकार द्वारा दोनों कीमती धातुओं पर कस्टम ड्यूटी घटाकर 6 प्रतिशत किए जाने के बाद घरेलू सोने और चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है। एमसीएक्स पर गोल्ड रेट जुलाई में अब तक 7 फीसदी या 5,000 रुपये से ज्यादा गिर चुका है। टेक्नीकल मार्चे पर सोने को 65,800 रुपये के स्तर पर बड़ा सपोर्ट है।

सोने-चांदी में निवेश को लेकर क्या है एक्सपर्ट्स की राय

अभी सोने-चांदी में खरीदारी में समझदारी: केडिया कमोडिटिज के प्रेसीडेंट अजय केडिया ने हिन्दुस्तान को बताया कि सोने और चांदी की खरीदारी के लिए यह बेहतरीन समय है। सोने पर ग्लोबल सपोर्ट है। कीमतें घटने से लोगों का रुझान इक्विटी से कमोडिटी और स्पॉट गोल्ड की तरफ और तेजी से लौटेगा। ऐसे में अभी सोने-चांदी में खरीदारी में समझदारी है। अभी शॉर्ट टर्म के लिए इसमें हजार या 500 की और गिरावट हो सकती है। ऐसे में 67000 से 67500 रुपये तक 

उन्होंने आगे कहा, "चूंकि सोना-चांदी पारंपरिक रूप से महंगाई के खिलाफ बचाव के रूप में कार्य करते हैं, इसलिए यह नीति निवेशकों को बाजार की अस्थिरता और आर्थिक मंदी के खिलाफ अपने पोर्टफोलियो की सुरक्षा करने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है। लॉन्ग टर्म इंपैक्ट के लिहाज से देखें तो इसमें एक मजबूत बुलियन मार्केट और अधिक सट्रक्चरल इन्वेस्टमेंट इन्वायरमेंट सकता है, जो आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देता है।

 

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बाउंस बैक की संभावना से इनकार नहीं: रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनॉलिस्ट (करेंसी एंड कमोडिटीज) जिगर त्रिवेदी ने लाइव मिं कहा कि त्योहारी सीजन की खरीदारी, डॉलर में कमजोरी, अमेरिकी चुनाव, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की अनिश्चितता और सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में खरीदारी से सोने को कुछ शॉर्ट टर्म के लिए सपोर्ट मिल सकता है।

इस बीच, हाल के हफ्तों में चांदी की कीमतें सोने की तुलना में काफी कमजोर रही हैं और लगभग 9.2% या 8,000 रुपये से अधिक की गिरावट आई है। औद्योगिक धातुओं में कमजोरी और अमेरिका और यूरोपीय संघ में सुस्त मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों के साथ-साथ कमजोर चीनी मांग का चांदी की कीमतों पर दबाव बना हुआ है।

उन्होंने कहा, 'चांदी में इतनी तेजी से गिरावट आई है, ऐसे में हम यूटर्न की संभावना से इनकार नहीं करते, लेकिन चार्ट कमजोर है। कॉमेक्स सिल्वर में यह तीसरी मासिक गिरावट हो सकती है क्योंकि इसमें मई और जून में 1.4 प्रतिशत, 5.08 प्रतिशत और जुलाई में अब तक 4.4 प्रतिशत की गिरावट आई है।

79,000 से 80000 पर सोने को सपोर्ट

त्रिवेदी के अनुसार 80,000 से 79,000 रुपये का एक सपोर्ट है, लेकिन कुल मिलाकर एमसीएक्स चांदी के लिए एक मजबूत समर्थन 73,000 रुपये के स्तर के आसपास मंडरा रहा है। कॉमेक्स चांदी को 26.20 डॉलर प्रति औंस के करीब कुछ सपोर्ट मिल सकता है।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वीपी कमोडिटीज राहुल कलंत्री ने कहा, "हमने चीन में बढ़ती आर्थिक चिंताओं के कारण जोखिम से बचने के कारण एशियाई बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में तेज गिरावट देखी। हालांकि, सितंबर की बैठकों में फेड रेट में कटौती की मजबूत संभावनाएं कीमतों के लिए कुछ सपोर्ट दे सकती हैं। "

(डिस्‍क्‍लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

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