डिजिटल फॉर्म-16, अब ITR भरने में गलतियों का डर छू मंतर, गिनते जाएं इसके फायदे?
Benefits of Digital Form 16: यह कदम न सिर्फ आम लोगों के लिए राहत है, बल्कि टैक्स विभाग का काम भी आसान होगा। अब न रिफंड देरी से आएगा, न ही नोटिस का स्ट्रेस। अगली बार ITR भरते वक्त याद रखिएगा, डिजिटल फॉर्म-16 आपका नया साथी है।
Benefits of Digital Form 16: सोचिए, आपको सालभर की सैलरी, टीडीएस और टैक्स बचाने वाली कटौतियों का हिसाब रखने में कितनी मेहनत लगती है? फिर भी ITR भरते वक्त कोई न कोई गलती हो ही जाती है, लेकिन अब आयकर विभाग ने एक नई चीज लॉन्च की है। डिजिटल फॉर्म-16। यही चीज आपकी आईटीआर फाइलिंग को चुटकियों में आसान बना देगी।
पहले क्या दिक्कत थी?
- पुराने फॉर्म-16 में सैलरी, टीडीएस जैसे डिटेल्स को फॉर्म 26AS और AIS (वार्षिक सूचना विवरण) से मैन्युअल मिलाना पड़ता था।
- कभी सैलरी का आंकड़ा गलत, तो कभी टीडीएस कम दिखता था। ऐसे में रिफंड देरी से आता या नोटिस आ जाता था।
- कई बार कंपनियाँ फॉर्म-16 जारी करने में भी देरी कर देती थीं (15 जून के बाद), जिससे ITR फाइल करने का काम रुक जाता था।
डिजिटल फॉर्म-16 कैसे काम करेगा?
1. सीधा ट्रेस पोर्टल से मिलेगा: यह फॉर्म अब आपकी कंपनी द्वारा सीधे ट्रेस (TRACES) पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसमें सैलरी, टीडीएस, और धारा 80C/80D जैसी कटौतियों का पूरा ब्योरा होगा।
2. ऑटो-फिल डेटा: जैसे ही आप ITR फॉर्म चुनेंगे, यह डिजिटल फॉर्म-16 अपने आप सारी जानकारी भर देगा। आपको बस चेक करना है कि सब कुछ सही है।
3. गलती पर चेतावनी: अगर कोई डेटा मिसमैच होगा (जैसे, फॉर्म-16 और AIS में सैलरी अलग दिखे), तो सिस्टम तुरंत रेड फ्लैग दिखाएगा। आप उसे ठीक करके ही आगे बढ़ सकेंगे।
क्या हैं फायदे?
समय बचेगा: डेटा ऑटो-फिल होने से ITR भरने में 10 मिनट भी नहीं लगेंगे।
गलतियां गायब: मैन्युअल एंट्री न होने से टाइपिंग एरर का डर खत्म।
सुरक्षित और गोपनीय: फॉर्म पासवर्ड प्रोटेक्टेड होगा। कोई दूसरा इस्तेमाल नहीं कर पाएगा।
पर्यावरण को फायदा: कागज के फॉर्म-16 की जरूरत नहीं, प्रिंट आउट निकालने की झंझट भी खत्म।
कैसे करें इस्तेमाल
स्टेप 1: इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल पर लॉगिन करें।
स्टेप 2: अपने पैन से लिंक डिजिटल फॉर्म-16 को सेलेक्ट करें।
स्टेप 3: ITR फॉर्म चुनते ही सारा डेटा अपने आप भर जाएगा। बस कन्फर्म करके सबमिट कर दें।
यह कदम न सिर्फ आम लोगों के लिए राहत है, बल्कि टैक्स विभाग का काम भी आसान होगा। अब न रिफंड देरी से आएगा, न ही नोटिस का स्ट्रेस। अगली बार ITR भरते वक्त याद रखिएगा, डिजिटल फॉर्म-16 आपका नया साथी है।