Budget 2025: छोटी बचत योजनाओं में होगा बदलाव? नए टैक्स स्ट्रक्चर से बदला है गणित
- Budget 2025: केंद्र सरकार ने जनवरी से मार्च की अवधि को कवर करते हुए लगातार चौथी तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है। ये योजनाएं प्रति वर्ष 4 से 8.2 प्रतिशत तक की गारंटीशुदा रिटर्न प्रोवाइड करती हैं।
Budget 2025 expectation: आगामी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2025 पेश करेंगी। इस बजट से हर वर्ग के लोगों को बड़ी उम्मीदें हैं। खासकर मिडिल क्लास बजट से कई आस लगाए बैठा है। इनमें से एक आस छोटी बचत योजनाओं से जुड़ी है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2025-26 के आगामी केंद्रीय बजट का सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी), और सुकन्या समृद्धि (एसएसवाई) जैसी लोकप्रिय छोटी बचत योजनाओं पर प्रभाव पड़ेगा।
बजट 2025 से उम्मीदें
विशेषज्ञों के अनुसार बढ़ती मुद्रास्फीति और बदलती आर्थिक जरूरतों के कारण कई संभावित निवेशक अब वैकल्पिक तरीकों की तलाश कर रहे हैं जो पारंपरिक बचत योजनाओं की सीमाओं के बिना हाई रिटर्न देते हैं। बीते दिनों प्राइमस पार्टनर्स के प्रबंध निदेशक श्रवण शेट्टी ने बिजनेस टुडे से कहा- हम पीपीएफ और एनएससी जैसी योजनाओं की दरों में संशोधन की उम्मीद करते हैं। इसके अलावा, उम्मीद करते हैं कि सरकार टैक्स स्लैब में संशोधन करके मध्यम वर्ग को राहत देगी।
कलेक्शन पर पड़ा असर?
पिछले साल वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि वित्तीय वर्ष के अंतिम दो महीनों में मजबूत प्रदर्शन के बावजूद पिछले साल छोटी बचत योजनाओं से संग्रह बजट अनुमान से कम हो सकता है। संग्रह में इस कमी का कारण नई कर प्रणाली में बदलाव करने वाले व्यक्तियों की बढ़ती संख्या को माना जा सकता है। इस वजह से छोटी बचत योजनाओं में कम निवेश हुआ है।
क्या है सरकार का अनुमान
दिलचस्प बात यह है कि सरकार ने 2024-25 के अंतरिम बजट में छोटी बचत के अनुमान को 2023-24 के 4.7 लाख करोड़ रुपये के संशोधित अनुमान से संशोधित कर 4.6 लाख करोड़ रुपये कर दिया है। जुलाई में पेश वित्त वर्ष 2025 के पूर्ण बजट में यह आंकड़ा और घटाकर 4.2 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया।
8.2 प्रतिशत तक ब्याज दरें
बता दें कि केंद्र सरकार ने जनवरी से मार्च की अवधि को कवर करते हुए लगातार चौथी तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है। ये योजनाएं प्रति वर्ष 4 से 8.2 प्रतिशत तक की गारंटीशुदा रिटर्न प्रोवाइड करती हैं और निवेशकों को आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की आयकर छूट का दावा करने का मौका देती हैं। वर्तमान में छोटी बचत योजना की लोकप्रिय सार्वजनिक भविष्य निधि के लिए ब्याज दर (पीपीएफ) 7.1% है। इसी तरह, सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर 8.2% है। सुकन्या बेटियों के लिए शुरू की गई थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।