छोटे भाई ने भाभी की आपत्तिजनक फोटो की वायरल; बड़े भाई ने 2 लाख की सुपारी देकर करा दी हत्या
एसडीपीओ सोनल कुमारी ने बताया कि मृतक रमेश के द्वारा अपनी भाभी की तस्वीर आपत्तिजनक बातों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गयी थी। इसी बात को लेकर मृतक का बड़ा भाई राजदीप अपने छोटे भाई रमेश के प्रति आक्रोशित था। रमेश को सबक सिखाने के लिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की ही साजिश रच डाली।
समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र बूढ़ी गंडक के पास मिले 22 वर्षीय युवक के शव की गुत्थी सुलझ गई है। भाभी के आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की सजा बड़े भाई ने सुपारी देकर छोटे भाई की हत्या करवा कर दी। पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा करते हुए बताया, कि मृतक रमेश की हत्या की साजिश रचने वाला उसका सहोदर भाई ही निकला। पुलिस ने सहोदर भाई समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया गया है। इस संबंध में शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विस्तृत जानकारी दी गयी ।
धराये आरोपियों में विभूतिपुर थाना के पटपारा का रहनेवाला मृतक का बड़ा भाई राजदीप कुमार, इसी गांव के दीपक कुमार का पुत्र शुभम कुमार उर्फ रफ्तार तथा खानपुर थाना क्षेत्र के बछौली निवासी राम दयाल का पुत्र राजन कुमार शामिल है। प्रेस रिलीज में बताया गया है कि शव बरामद होने के बाद से विभूतिपुर थानाध्यक्ष आनंद कश्यप के नेतृत्व में गठित की गयी टीम द्वारा अनुसंधान की जा रही थी। इसी क्रम में तकनीकी व मानवीय आसूचना के आधार पर आरोपी रफ्तार को गिरफ्तार किया गया। धराये आरोपी रफ्तार से जब सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए सारे राज बताए।
जिसकी निशानदेही पर मृतक के बड़े भाई राजदीप व आरोपी राजन को गिरफ्तार किया गया। इनलोगों की निशानदेही पर ही घटना में प्रयुक्त चाकू भी बरामद की गयी। सभी आरोपियों ने पुलिस के समक्ष कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए मामले से जुड़े अन्य आरोपियों का भी बताया है। वहीं कई सार्थक सूत्र भी दिए हैं, जिस पर पुलिस टीम आगे भी काम कर रही है। फिलहाल धराये तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
विभूतिपुर के रमेश हत्याकांड की खुलासा करते हुए एसडीपीओ सोनल कुमारी ने बताया कि मृतक रमेश के द्वारा अपनी भाभी की तस्वीर आपत्तिजनक बातों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गयी थी। इसी बात को लेकर मृतक का बड़ा भाई राजदीप अपने छोटे भाई रमेश के प्रति आक्रोशित था। रमेश को सबक सिखाने के लिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की ही साजिश रच डाली। इसके लिए उसने अपने गांव के ही रफ्तार से संपर्क किया और उसे दो लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी। एडवांस के तौर पर रफ्तार को 50 हजार रुपये भी दे डाला और शेष रुपये काम होने के बाद देने की बात कही।
रफ्तार ने अपने साथी शुभम व अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर बीते 18 दिसम्बर को रमेश की हत्या कर शव को बूढ़ी गंडक नदी में फेंक दिया। 22 दिसम्बर की सुबह पुलिस ने बूढ़ी गंडक नदी से शव बरामद किया था। बता दें कि मृतक के पिता ने पुत्र के गायब रहने की शिकायत विभूतिपुर थाना में दर्ज करायी थी। मृतक रमेश का शव मिलने के बाद उसकी हत्या की साजिश रचने वाला बड़ा भाई राजदीप परिवारवालों को नहीं बल्कि पुलिस को भी गुमराह कर रहा था।
विभूतिपुर थानाध्यक्ष आनंद कश्यप ने बताया कि एक तरफ वह पुलिस को तरह-तरह की बातें कह और नयी-नयी कहानी बनाकर अनुसंधान को दूसरी दिशा में मोड़ना चाह रहा था। वहीं घरवालों व ग्रामीणों के सामने मगरमच्छ के आंसू बहाकर सहानभूति बटोरने की कोशिश में लगा। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस को क्लू हाथ लगते ही उस पर शक की सुई घूमने लगी थी। पर गिरफ्तारी से पूर्व पर्याप्त साक्ष्य जुटाया जा रहा था। साक्ष्य मिलते ही पुलिस ने सारे रहस्य से पर्दा उठा दिया। विशेष टीम में थानाध्यक्ष के अलावे एसआई रविकांत कुमार व पीएसआई राहुल कुमार शामिल थे।