सिद्धेश्वर मंदिर में क्यों मची भगदड़, 7 मौत के बाद लोग बोले- लाठीचार्ज से बिगड़े हालात; DM की थ्योरी अलग
प्रत्यक्षदर्शी ने आगे बताया कि प्रशासन तो वहां मौजूद नहीं था लेकिन उनकी जगह एनसीसी के लड़कों ने वहां मोर्चा संभाला था। इन्हीं लड़कों ने मनमानी करते हुए लाठीचार्ज किया जिसकी वजह से लोग इधर-उधर भागने लगे।
बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में हुए हादसे के बाद मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मंदिर जाने के दौरान सीढ़ी के पास मची भगदड़ में 7 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मंदिर में 7 भक्तों की मौत से कई सवाल खड़े हो रहे हैं? क्या सावन के दौरान मंदिर में जुटने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने चुस्त व्यवस्था नहीं की थी? आखिर मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए गए श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ क्यों मची? हालांकि, कई सवालों के जवाब इस घटना की जांच-पड़ताल के बाद जरूर मिलेंगे लेकिन इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है।
घटना के बाद अब कुछ श्रद्धालु यह भी आरोप लगा रहे हैं कि वहां पर लाठीचार्ज किया गया था जिसकी वजह से हालात बिगड़े और फिर भगदड़ की स्थिति बन गई। इस घटना के कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने ABP न्यूज से बातचीत में कहा, 'लोग बराबर पहाड़ पर पूजा के लिए गए थे। मुख्य मंदिर में जाने के लिए तीन रास्ते हैं। जब तीनों रास्ते से लोग चढ़ जाते हैं तो सभी पहाड़ पर एक जगह जमा होते हैं। इस दौरान वहां काफी भीड़ जमा हो जाती है। इस भीड़ को संभालने के लिए वहां प्रशासन मौजूद नहीं था।'
प्रत्यक्षदर्शी ने आगे बताया कि प्रशासन तो वहां मौजूद नहीं था लेकिन उनकी जगह एनसीसी के लड़कों ने वहां मोर्चा संभाला था। इन्हीं लड़कों ने मनमानी करते हुए लाठीचार्ज किया जिसकी वजह से लोग इधर-उधर भागने लगे। जिसके बाद लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे। लाठीचार्ज से बचने के लिए लोग जमीन पर गिरे इन्हीं लोगों के ऊपर से होकर दौड़ने और भागने लगे जिसकी वजह से कई लोगों की जान चली गई।
क्या बोलीं DM
हालांकि, मंदिर में भगदड़ क्यों हुआ? अभी यह जांच का विषय है। इस बीच जिला अधिकारी ने इस भगदड़ को लेकर अलग थ्योरी दी है। जिला अधिकारी अलंकृता पांडेय ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि कांवड़ियों में किसी चीज को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद उनके बीच कहासुनी और हाथापाई हुई, जिससे मंदिर में भगदड़ मच गई। पांडेय ने बताया कि यह घटना रविवार देर रात साढ़े 11 बजे के आसपास हुई।
बिहार के जहानाबाद जिले के मखदुमपुर थाना क्षेत्र में सावन के चौथे सोमवार को श्रावणी मेले के दौरान बाबा सिद्धेश्वरनाथ मंदिर में हुई इस भगदड़ में छह महिला समेत सात लोगों की दबकर मौत हो गई तथा 26 अन्य घायल हुए हैं। घायलों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
मृतकों के नाम - :
1. सुशीला देवी, (40 वर्ष), पिता राजू कुमार, गेहलबिगहा, नदौल, मसौढ़ी पटना।
2. किरण कुमारी, (25 वर्ष), पिता शिवशंकर, मसौढ़ी पटना।
3. पूनम देवी, (40 वर्ष), जितेन्द्र साव, मउ बाजार, गया।
4. प्यारे पासवान (32 वर्ष), , पिता संजीवन पासवान, मोबारकपुर, संडा, नालंदा,
5. निशा देवी, (45 वर्ष), खड़रिया बिगहा, एरकी, जहानाबाद।
6. बबीता देवी, (35 वर्ष), महादेवपुर, थाना पाली जहानाबाद।
7. निशा कुमारी, (21 वर्ष), पिता सुभाष प्रसाद, लड़ौआ, मखदुमपुर, जहानाबाद
घायल श्रद्धालुओं के नाम - :
1. राखी कुमारी उमरी (11 वर्ष) घर घोसी,
2. सियामणि देवी (50 वर्ष) घर सभापुर,
3. सिमरन कुमारी (4 वर्ष) घर पलेया मखदुमपुर, 4. अनुराधा देवी ( 32 वर्ष) ग्राम महादेवपुर जिला नालंदा,
5. अमन कुमार ( 14 वर्ष) ग्राम ढीबरा पर हिलसा,6. सपना कुमारी (14 वर्ष ) ग्राम नोआमा, जहानाबाद,
7. सोनी कुमारी ( 30 वर्ष) एरकी जहानाबाद,
8. प्रिंस कुमार (10 वर्ष) मऊ बाजार, गया,
9. लालू कुमार (29 वर्ष) ग्राम लालसे बिगहा हिलसा,
10. सौरभ कुमार (10 वर्ष) ग्राम महादेवपुर, नालंदा,11. सतीश कुमार ग्राम काकरिया, हिलसा, नालंदा,
12. सृष्टि कुमारी (उम्र 8 वर्ष) ग्राम कृपागंज नालंदा,
13. वासो कुमारी (उम्र 12 वर्ष) महादेवपुर नालंदा,14. राकेश कुमार (उम्र 22 वर्ष) मसौढ़ी पटना,
15. संजू कुमारी (उम्र 22 वर्ष) ग्राम मुगल विगहा काको,
16. किरण देवी (उम्र 30 वर्ष) मसौढ़ी,
17. सुनैना देवी (32 वर्ष) मसौढ़ी,
18. दिनेश कुमार (14 वर्ष) मसौढी,
19. मनोज कुमार (35 वर्ष) सेवनन जहानाबाद,
20. सोनी देवी (28 वर्ष) मसौढ़ी,21. मनीष कुमार ( 11 वर्ष) मसौढ़ी,
22. फूलमंती देवी (50 वर्ष) परस विगहा जहानाबाद।23. खुशबू देवी ( 25 वर्ष) ग्राम कृपागंज नालंदा।
24. सपना कुमारी, ( 18 वर्ष) , नोआवां, जहानाबाद।
25. आंनद मोहन, ( 22 वर्ष) धुरिया-महमदपुर, जहानाबाद
26. मुस्कान कुमारी( 18 वर्ष), ग्राम महादेवपुर, नालंदा।