औरतें सिंदूर नहीं लगातीं, मर्दों ने लुंगी पहनना शुरू कर दिया; गिरिराज सिंह ने पूर्णिया में क्यों कहा ऐसा?
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा रविवार को पूर्णिया पहुंची। इस दौरान उन्होने कहा कि हम दंगा कराने नहीं दंगा रोकने आये हैं। अमौर और बायसी में कई जगहों पर डर से महिलाएं सिंदूर नहीं लगाती है। पुरुष भाई लुंगी पहनना शुरु कर दिए हैं।
पूर्णिया पहुंची हिंदू स्वाभिमान यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिन्दू समाज को एकजुट बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम दंगा कराने नहीं दंगा रोकने आये हैं। वहीं बांग्लादेशी घुसपैठ पर कहा कि बांग्लादेशी पहले नदी के पास आकर बसते हैं। बाढ़ के बाद शहर के किनारे आकर बसने लगते हैं। बिहार से लेकर हैदराबाद तक मंदिर टूटते हैं, तो कहते हैं विक्षिप्त ने ऐसा किया है। हिंदू अगर बंटेंगे तो बचेंगे नहीं, इसलिए एकजुट होना जरूरी। अमौर और बायसी में कई जगहों पर डर से महिलाएं सिंदूर नहीं लगाती है। पुरुष भाई लुंगी पहनना शुरु कर दिए हैं।
हिंदू स्वाभिमान यात्रा के दौरान जिला स्कूल मैदान में गरजते हुए गिरिराज ने कहा कि यह लड़ाई धर्म की है। इसलिए हमें अपने अस्तित्व की सुरक्षा के लिए सामने आने की जरूरत है। जिस दिन हमने एक रहने का सोच लिया उस दिन से परेशानी दूर होती जायेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज लव जिहाद और लैंड जिहाद चल रही है। हम हिन्दुओं को जगाने के लिए आए हैं। मेरे शरीर में एक बूंद भी खून रहेगा तो यह यात्रा चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि पूर्णिया जिले के अमौर और बायसी में कई जगहों पर डर से महिलाएं सिंदूर नहीं लगाती है। पुरुष भाई लुंगी पहनना शुरु कर दिए हैं। स्थिति बदली हुई है अब कसबा भी इसी दिशा में जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अमौर, बायसी और कसबा आदि क्षेत्र में लैंड जिहाद हो रहा है। पूर्णिया के कई क्षेत्र में बाढ़ आती है। बाढ़ आने से पूर्व इस क्षेत्र में लोग बस जाते हैं। बाढ़ के बाद शहर के किनारे आकर बसने लगते हैं। आप सोचते हैं कि हम सुरक्षित हैं तो आप सुरक्षित नहीं है। जब लव जिहाद हो रहा है तो फिर आप सुरक्षित कहां हैं? इसलिए समझने और संभलने की जरूरत है।
उन्होंने लव जिहाद से जुड़ी सीमांचल क्षेत्र में हुई कई घटना का जिक्र किए। और कहा की देश के अंदर कहीं कश्मीर की घटना तो कहीं बहराइच की जैसी घटना हो रही है। बेगूसराय और भागलपुर में मंदिर में तोड़फोड़ हो रही है। इसे लोग विक्षिप्त की तरफ से की गई घटना बताते हैं। राजद और कांग्रेस के राहुल गांधी चाहते हैं कि गृहयुद्ध हो जायें। राहुल गांधी अपने ननिहाल इटली चले जायेंगे, मरना हमें है। इसलिए हम सभी को एक होने की जरूरत है। उन्होंने पप्पू यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह यात्रा को लेकर कहते हैं कि हम दंगा कराने आए हैं तो हम यह बताने आए हैं, कि हम दंगा कराने नहीं हम दंगा कराने वालों को रोकने आए हैं।
उन्होंने कहा कि अमौर, बायसी और कसबा आदि क्षेत्र में लैंड जिहाद हो रहा है। पूर्णिया के कई क्षेत्र में बाढ़ आती है। बाढ़ आने से पूर्व इस क्षेत्र में लोग बस जाते हैं। बाढ़ के बाद शहर के किनारे आकर बसने लगते हैं। आप सोचते हैं कि हम सुरक्षित हैं तो आप सुरक्षित नहीं है। जब लव जिहाद हो रहा है तो फिर आप सुरक्षित कहां हैं? इसलिए समझने और संभलने की जरूरत है।
उन्होंने लव जिहाद से जुड़ी सीमांचल क्षेत्र में हुई कई घटना का जिक्र किए। और कहा की देश के अंदर कहीं कश्मीर की घटना तो कहीं बहराइच की जैसी घटना हो रही है। बेगूसराय और भागलपुर में मंदिर में तोड़फोड़ हो रही है। इसे लोग विक्षिप्त की तरफ से की गई घटना बताते हैं। राजद और कांग्रेस के राहुल गांधी चाहते हैं कि गृहयुद्ध हो जायें। राहुल गांधी अपने ननिहाल इटली चले जायेंगे, मरना हमें है। इसलिए हम सभी को एक होने की जरूरत है। उन्होंने पप्पू यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह यात्रा को लेकर कहते हैं कि हम दंगा कराने आए हैं तो हम यह बताने आए हैं, कि हम दंगा कराने नहीं हम दंगा कराने वालों को रोकने आए हैं।
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गिरिराज सिंह ने कहा असदुद्दीन ओवैसी पूर्णिया आकर मुस्लिमों को एक करते हैं। तेजस्वी यादव लोगों को इकट्ठा करने आते हैं, तो किसी को पेट में दर्द नहीं होता है। हम हिन्दूओं को एक कर रहे हैं तो लोगों को पेट में दर्द होता है। बांगलादेश की घटना पर बहराइच की घटना पर राहुल गांधी का ट्वीट नहीं होता है। लेकिन गाजा की घटना पर ट्वीट होता है। उन्होंने अपने संबोधन में पाकिस्तान से आए लोगों का दर्द बयां किया। उन्होंने कहा की 25-30 लोग पाकिस्तान से वीजा लेकर राजस्थान आए थे। जब वीजा समाप्त हुआ तो उन्हें कहा गया कि अब आप लोग जेल जायेंगे, क्योंकि वीजा समाप्त हो गया। उन लोगों ने कहा जेल जाना चाहेंगे मगर पाकिस्तान नहीं जायेंगे।
उन्होंने मठ के संत से भी हिन्दुओं को जगाने के लिए आगे आने का आहृवान किया। इससे पूर्व सदर विधायक विजय खेमका ने केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को त्रिशूल भेंटकर स्वागत किया। इनके अलावा मंचासीन अन्य अतिथियों में दीपांकर महाराज और जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की राष्ट्रीय संयोजक ममता सहगल को प्रतीक चिन्ह भेंट में दी गई।