तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज में उपचुनाव का इंतजार बढ़ा; चुनाव आयोग ने बताया कब होगी घोषणा
बिहार की तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा शुक्रवार को नहीं हुई। चुनाव आयोग ने बिहार समेत देश भर में उपचुनाव को फिलहाल होल्ड पर रखा है।
बिहार की चार विधानसभा सीटों तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज में उपचुनाव का इंतजार बढ़ गया है। भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया, लेकिन बिहार समेत देश भर की सीटों पर उपचुनाव की घोषणा अभी नहीं की। बताया जा रहा है कि अभी बारिश और बाढ़ की समस्या की वजह से बिहार समेत कुछ राज्यों में उपचुनाव नहीं कराए जा रहे हैं। मौसम में सुधार होने के बाद यहां उपचुनाव की घोषणा की जाएगी। बता दें कि बिहार की चार सीटों के साथ ही विभिन्न राज्यों की कुल 46 विधानसभा और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं।
जम्मू कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा करने के साथ ही निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को उपचुनाव को लेकर स्थिति स्पष्ट की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अभी कई राज्यों में बारिश और बाढ़ की वजह से स्थिति खराब है। महाराष्ट्र में भी इसी कारण विधानसभा चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं। केरल, बिहार और असम में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। इस वजहों से अभी उपचुनाव को होल्ड पर रखा गया है। चुनाव आयुक्त ने कहा कि हम मौसम की स्थिति के ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं। जल्द ही उपचुनाव की घोषणा हो जाएगी।
बता दें कि बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले चार सीटों पर उपचुनाव होने वाला है। इसे विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। एनडीए और महागठबंधन में शामिल पार्टियों ने उपचुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं, चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर भी अपने जन सुराज संगठन से उपचुनाव में हाथ आजमाने की तैयारी कर रहे हैं।
जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें भोजपुर जिले की तरारी, बक्सर की रामगढ़ और गया की इमामगंज एवं बेलागंज विधानसभा शामिल है। तरारी से विधायक रहे सीपीआई माले के सुदामा प्रसाद, बक्सर से आरजेडी के सुधाकर सिंह, इमामगंज से HAM के जीतनराम मांझी और बेलागंज से आरजेडी के सुरेंद्र यादव ने लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद विधानसभा सदस्य से इस्तीफा दे दिया था। ये सभी लोकसभा चुनाव जीतकर संसद चले गए। ऐसे में खाली हुई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है।