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हम फिर आएंगे और अगर कुछ नहीं हुआ तो.., शिक्षकों ने BJP पार्षद को पटना एयरपोर्ट पर घेर क्या कहा

शिक्षकों ने कहा, '5 सितंबर को शिक्षक दिवस है और वो हमारा दिवस है। हम चार तारीख को भी फिर आपके पास आएंगे और अगर कुछ नहीं होगा तो हम लोग आमरण अनशन करेंगे।’

Nishant Nandan लाइव हिन्दुस्तान, पटनाMon, 2 Sep 2024 08:25 AM
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बिहार में वित्त रहित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह शिक्षक विधान पार्षदों के आवास के बाहर बैठ कर शांतिपूर्ण ढंग से अपना प्रदर्शन करते हैं और अपनी मांगों को रखते हैं। बीजेपी के विधान पार्षद जीवन कुमार जब राजधानी पटना पहुंचे तब उन्हें एयरपोर्ट पर ही इन शिक्षकों की मांगों से दो-चार होना पड़ा। जैसे ही बीजेपी पार्षद पटना पहुंचे तो शिक्षकों ने पार्षद को पटना एयरपोर्ट पर घेर लिया और अपनी मांगें रख दी। हालांकि, पार्षद ने भी इन शिक्षकों की बातों को सुना और उनकी मांगों को उठाने का आश्वासन दिया। शिक्षकों और एमएलसी के बीच लंबी बातचीत के बाद शिक्षकों ने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो वो उनके पास फिर आएंगे। 

पटना एयरपोर्ट पर बीजेपी पार्षद और शिक्षकों के बीच बातचीत का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में वित्त रहित शिक्षक पार्षद से अपनी बात कह रहे हैं और पार्षद भी उसका जवाब दे रहे हैं। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि शिक्षक बीजेपी पार्षद को अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंप कर कहते हैं, ‘हमलोग गुहार लगाने आए हैं।’ इसपर विधान पार्षद ने कहा, ‘पहले ये बता दें कि हम जहां भी रहे हैं फिर चाहे विपक्ष में हूं या सरकार में पहले जीवन कुमार शिक्षकों का जीवन है उसके बाद किसी का जीवन है।’ 

इसके बाद प्रदर्शन कारी विधान पार्षद से कहते हैं, ’सर, आपकी सरकार ने वित्त रहितों को अनुदान दिया है। आपने हर कोटि के टोला सेवक से लेकर किसी भी सेवक को कोई ना कोई मानदेय दिया है। न्याय के साथ विकास की इस यात्रा में सिर्फ वित्त रहित छूट गया है। कृपया आज की बैठक में इसको शामिल कराने की कृपा करें।’

इसके बाद एमलएसी ने कहा, ’आप यह जान लीजिए कि चुनाव से पहले भी मैंने बहुत सारे मुद्दों को सरकार के सामने रखा था और चुनाव के बाद भी मैं लगातार मुद्दों को रखता रहा हूं। बहुत सारे मुद्दों को सरकार ने निपटाने का प्रयास किया जैसे-बीपीएसी के माध्यम से जो बहाली हुई, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया और यह पूरे बिहार में मेरा ही आंदोलन किया हुआ था। मैंने कहा था कि वित्त रहित शिक्षकों की समस्या का भी मैं स्थायी समाधान ढूंढने का प्रयास करूंगा और आपके लिए मैं आज भी खड़ा हूं। आप के चलते ही हम लोगों ने हाउस में इस बात को रखा था। आज उसी की देन है कि एक अलग से कमेटी बनाई गई है। जिसमें मंत्री और सचिव रहेंगे।’

इसपर प्रदर्शनकारी ने कहा, ’हम समस्या के समाधान के लिए आशान्वित हैं और हमारे साथी अभी भी आपके आवास के बाहर धरना पर बैठे हुए हैं। 5 सितंबर को शिक्षक दिवस है और वो हमारा दिवस है। हम चार तारीख को भी फिर आपके पास आएंगे और अगर कुछ नहीं होगा तो हम लोग आमरण अनशन करेंगे।’

इसपर एमएलसी ने कहा, ’आप यह जान लीजिए कि हम किसी परिस्थिति में पटना आए हैं। मेरी पत्नी की तबीयत खराब है और अभी वो अस्पताल में है। उसके बाद भी मैं आपके पास आया हूं क्योंकि मेरे अंदर आप के प्रति भावना है।’

आपको बता दें कि वित्त रहित शिक्षक घेरा डालो डेरा डालो कार्यक्रम चला रहे हैं। इस कार्यक्रम के तहत वो हर दिन अपने-अपने निवार्चन क्षेत्र के जन प्रतिनिधि के घर के बाहर धरना दे रहे हैं। उनका कहना है कि कई बरसों से उन्हें अनुदान राशि नहीं मिली है जिसका भुगतान किया जाए। शिक्षक अपने लिए वेतनमान तय करने की भी मांग कर रहे हैं। इसके अलावा वो वित्त रहित कॉलेजों को सरकारी करने की भी मांग कर रहे हैं।

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