बिहार के दरभंगा में बेकाबू ट्रक ने दो छात्रों को रौंदा, मौत पर बवाल; ग्रामीणों ने एसएच 88 को जाम किया
- दोनों छात्र दवा लेकर बाइक से अपने गांव लौट रहे थे। रास्ते में
खबर बिहार के दरभंगा से है जहां नवयुवकों को ट्रक ने रौंद दिया। जिससे एक नवयुवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे छात्र को गंभीर स्थिति में पीएचसी बहेड़ी ले जाया गया। जहां पीएचसी के डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। घटना बहेड़ी बाजार हाई स्कूल व कॉलेज के बीच की है। दोनों बाइक से दवा लेकर दोहट नारायण गांव वापस आ रहे थे। मृतक की पहचान दोहट नारायण गांव के छपकी टोला के शंभू लालदेव के 18 वर्षीय पुत्र लक्ष्मी कुमार के रूप में की गयी। दूसरा मृतक गंगा राम के 16 वर्षीय पुत्र विशाल कुमार उनका पड़ोसी ही था। उनका तीसरा साथी दौलत नद्दाफ के 16 वर्षीय पुत्र सलामत नद्दाफ संभावित दुर्घटना को भांपते हुए कुछ क्षण पहले ही कूद गया था।
बाइक से बहेड़ी बाजार से दवा लेकर वापस अपने घर जा रहा था। तभी बहेड़ी बाजार की ओर तेज गति से जा रही ट्रक ने बाइक सवार को रौंद दिया। जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। जबकि विशाल कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को इलाज हेतु पीएचसी बहेड़ी ले जाया गया। जहां रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। दोनों मृतक के पड़ोसी संतोष कुमार ने बताया कि मृतक विशाल भाई में अकेला था। जबकि साक्षी और मिनाक्षी दोनों बहन छोटी है। विशाल बिरौल थाना क्षेत्र के महवा गांव अपने ननिहाल में रहकर 10वीं कक्षा में पढाई करता था। कुछ दिन बाद वह मैट्रिक की परीक्षा देता। मकर संक्रांति पर्व को लेकर गांव आया था। विशाल की माता कविता देवी व बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। इनके पिता सउदी अरब में रहकर मजदूरी का काम करता है।
मृतक लक्ष्मी भाई में तीसरे नंबर पर था। कृष्ण मोहन लालदेव, बृजमोहन लालदेव व छोटे भाई दीपक लालदेव, बहन रानी देवी, नीतू देवी तथा माता संजन देवी का रो-रो कर बुरा हाल था। पिता शंभू लालदेव परदेस में रहकर मजदूरी करता है। घटना को लेकर क्षेत्र में कोहराम मच गया। आक्रोशित परिजन व स्थानीय लोगों ने करीब दो घंटे तक बहेड़ी-बहेड़ा मुख्य सड़क एसएच 88 को जाम कर दिया। मौके पर एसएचओ वरुण कुमार गोस्वामी के नेतृत्व में पहुंची बहेड़ी थाना की पुलिस ने कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए घटनास्थल से मृतक लक्ष्मी कुमार के शव को पोस्टमार्टम में डीएमसीएच भेज दिया। जबकि विशाल के शव को पीएचसी बहेड़ी परिसर से ही, पहले हीं पोस्टमार्टम में डीएमसीएच भेज दिया गया था।