बिहार में यूक्रेन के सॉफ्टवेयर से डेड मोबाइल को जिंदा करने का खेल, IMEI नंबर बदल रहे; महिलाएं भी शामिल
बताया जा रहा है कि इन दुकानदारों तक डेड मोबाइल पहुंचाने का काम कई महिलाएं कर रही हैं। इनमें मोहल्ले में घूम-घूमकर बर्तन बदलने वाली महिलाएं ज्यादा एक्टिव है। वे बर्तन के बदले लोगों से पुराना या टूटा-फूटा मोबाइल ले लेती हैं।
यूक्रेन के सॉफ्टवेयर से डेड मोबाइल को ऑन करने का बड़ा खेल चल रहा है। बिहार के कई जिलों में सॉफ्टवेयर दुकानदारों का अपना नेक्सस स्थापित है। सॉफ्टवेयर के जरिए डेड मोबाइल को ऑन करने के बाद उसका आईएमईआई नंबर बदल दिया जा रहा है। साइबर थाने की पुलिस ऐसे सॉफ्टवेयर दुकानदारों को चिह्नित करने में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि इन दुकानदारों तक डेड मोबाइल पहुंचाने का काम कई महिलाएं कर रही हैं। इनमें मोहल्ले में घूम-घूमकर बर्तन बदलने वाली महिलाएं ज्यादा एक्टिव है। वे बर्तन के बदले लोगों से पुराना या टूटा-फूटा मोबाइल ले लेती हैं। फिर उसे डेड मोबाइल को सॉफ्टवेयर दुकानदारों के हाथों 200 से 500 रुपये में बेच देती है। उसी मोबाइल को विदेशी सॉफ्टवेयर से दुकानदार ऑन कर आईएमईआई नंबर में टेम्परिंग करते है। इस तरह एक आईएमईआई नंबर से कई अलग-अलग मोबाइल ऑन हो जा रहा है, लेकिन जिसके नाम पर यह मोबाइल थी, उसे जानकारी तक नहीं होती है।
मुजफ्फरपुर साइबर थानेदार सह डीएसपी सीमा डागर ने बताया कि छानबीन के दौरान उन्होंने एक बर्तन बदलने वाली को पकड़ा था। उससे पूछताछ में पता चला कि शहर में कई ऐसी महिलाएं है, जो बर्तन के बदले डेड मोबाइल ले रही है। उन्हें पता है कि डेड मोबाइल ऑन होता है, इसलिए वे लोग ज्यादातर अब मोबाइल ही लेती है।
गलत हाथों में मोबाइल जाने से बढेगी दिक्कत
उन्होंने बताया कि दुकानदार बंद मोबाइल को जब भी ऑन करेंगे, उसका आईएमईआई नंबर अलग होगा। कई बार एक नंबर से कई मोबाइल को ऑन करके बेच दिया जा रहा है। ऐसे में मोबाइल गलत हाथों में जाने से निर्दोष पकड़े जाते है।
गिरफ्तारी के बाद शहर के 70 फीसदी दुकानदार हुए भूमिगत
यूक्रेनी सॉफ्टवेयर से मोबाइल का ईएमईआई नंबर बदलने के मामले में मोतीझील के मोबाइल दुकानदार ओम उर्फ चिरंजीवी की गिरफ्तारी के बाद से शहर के कई सॉफ्टवेयर दुकानदार अंडरग्राउंड हो गए है। मोतीझील के एक दुकानदार ने बताया कि ओम की गिरफ्तारी के बाद से कई दुकानदार डर से दुकान नहीं पहुंच रहे हैं। नगर थाना व साइबर थाना ने शुक्रवार को ओम उर्फ चिरंजीवी को गिरफ्तार किया था।
साइबर थानेदार सीमा डागर ने बताया कि गलत तरीके से मोबाइल को छेड़छाड़ करने वाले दुकानदारो की सूची तैयार की गई है। जेल जाने से पहले ओम ने पूछताछ में पुलिस को गिरोह से जुड़े कई दुकानदारों के नाम-पते की जानकारी दी है। पुलिस नाम-पते का सत्यापन कर उनके खिलाफ अलग से कार्रवाई करेगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।