छठ की महिमा जानेंगे सैलानी, क्रूज से करेंगे घाटों की सैर; बिहार सरकार ने बनाया ये प्लान
पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने बताया कि छठ पर पहली बार विशेष टूर पैकेज बनाकर देश-विदेश के पर्यटकों को आमंत्रित किया जा रहा है। सैलानियों को छठ घाटों के दर्शन के अलावा वातानुकूलित वाहन से राजधानी के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा।
लोक आस्था के महापर्व छठ की छटा अब देश-विदेश के पर्यटक करीब से देख-जान सकेंगे। पर्यटन विभाग ने पहली बार सैलानियों को नहाय खाय से लेकर पारण तक की महिमा और संस्कृति से रूबरू कराने को टूर पैकेज की घोषणा की है। पटना के गंगा घाटों पर छठ उत्सव देखने के लिए दो टूर पैकेज बनाए गए हैं। पर्यटन निगम के टूर पैकेज में प्रति व्यक्ति 2 रात, 3 दिन के लिए 38 से 40 हजार और 3 रात, 4 दिन के लिए प्रति व्यक्ति 40 हजार से 54 हजार रुपये का पैकेज तैयार किया है। सैलानी पर्यटन निगम की वेबसाइट https// www. bstdc. bihar. gov. in/ पर जाकर बुकिंग कर सकते हैं।
पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने बताया कि छठ पर पहली बार विशेष टूर पैकेज बनाकर देश-विदेश के पर्यटकों को आमंत्रित किया जा रहा है। सैलानियों को छठ घाटों के दर्शन के अलावा वातानुकूलित वाहन से राजधानी के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा। उनको लग्जरी/डिलक्स होटल में रहने, नाश्ता-भोजन के अलावा टूर गाइड सेवा, छठ पूजा के दौरान पूजा करने वाले परिवारों से मिलाया जाएगा। नहाय खाय के दिन से इसकी शुरुआत होगी। उस दिन गाइड के साथ पूजा होने वाले घर में ले जाया जाएगा। उस दिन रिवर क्रूज के माध्यम से शाम को गंगा घाट भ्रमण और पटना रिवर फ्रंट की यात्रा करायी जाएगी।
दूसरे दिन यानी खरना के दिन गंगा नदी में स्नान के लिए ले जाया जाएगा। स्नान के बाद गाइड के साथ पटना शहर का भ्रमण कराया जाएगा। इसमें बिहार संग्रहालय, गोलघर, सभ्यता द्वार, गांधी प्रतिमा, बुद्ध स्मृति पार्क, खादी मॉल जैसे महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल शामिल हैं। शाम को खरना की पूजा देखने और प्रसाद के लिए छठ पूजा करने वाले घर में ले जाया जाएगा।
तीसरे दिन यानी शाम के अर्घ्य के दिन गाइड सैलानियों को स्थानीय छठ बाजार का भ्रमण कराएंगे। इसके बाद गुरु गोविंद सिंहजी महाराज की जन्मस्थली पटना साहिब तख्त श्रीहरिमंदिर साहिब गुरुद्वारा और प्रकाश पुंज का भ्रमण कराया जाएगा। शाम को क्रूज के माध्यम से संध्या अर्घ्य दिखाया जाएगा। सुबह अर्घ्य के दिन भी क्रूज से पर्यटकों को गंगा घाट ले जाया जाएगा। इसके बाद स्थानीय बाजार का भ्रमण और बिहार के व्यंजन खाजा और अनरसा का स्वाद चखाकर पर्यटकों को विदाई दी जाएगी।