थेरेपी, एनिमेशन, जीआईएस ऑपरेटिंग; CBSE शुरू करेगा 99 नए कोर्स, स्कूलों के लिए यह शर्त
- सीबीएसई ने कहा है कि स्कूलों को कोर्स करने के लिए बोर्ड को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा, लेकिन तीन साल के अंदर संबंधित कोर्स को लेकर कौशल प्रयोगशाला स्थापित करनी की शर्त रखी गई है।
99 कोर्स के माध्यम से बच्चे थेरेपिस्ट, एनिमेटर से लेकर जीआईएस ऑपरेटर तक बनेंगे। सीबीएसई स्कूलों में कक्षा छह से इन कोर्स की शुरुआत करने का निर्देश बोर्ड ने दिया है। नए सत्र में इन कोर्सों को कराने पर स्कूलों को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा। सीबीएसई ने कहा है कि स्कूलों को कोर्स करने के लिए बोर्ड को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा, लेकिन तीन साल के अंदर संबंधित कोर्स को लेकर कौशल प्रयोगशाला स्थापित करनी की शर्त रखी गई है। इसके साथ ही इन कौशल कोर्स को सही से कराने के लिए सीबीएसई हर जिले में जिला कौशल समन्वयक की नियुक्ति करेगा। इन कोर्सों को करने से किस क्षेत्र में नौकरी मिलेगी, इसके बारे में भी बताया गया है।
छात्र एक शैक्षणिक सत्र में चुन सकते हैंएक से अधिक मॉड्यूल
कक्षा छह से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए कौशल मॉड्यूल पेश किए गए हैं। छात्र एक शैक्षणिक सत्र में एक से अधिक मॉड्यूल चुन सकते हैं। ये मॉड्यूल कक्षाओं के माध्यम से या हॉबी क्लब के माध्यम से चलाए जाएंगे। ये मॉड्यूल एक ही विषय या अलग-अलग विषयों के हो सकते हैं। किसी भी कौशल मॉड्यूल को चुनने वाले छात्र पहले मॉड्यूल से शुरू करेंगे और फिर अगले उपलब्ध मॉड्यूल पर जाएंगे। मूल्यांकन स्कूल और परियोजना आधारित हैं। सीबीएसई ने कौशल मॉड्यूल चुनने वाले छात्रों के पंजीकरण और प्रमाणन के लिए एक पोर्टल भी विकसित किया है।
स्कूलों को ओएसआईएस फॉर्म में देना होगा विवरण
सीबीएसई की ओर से कक्षा 9वीं-10वीं के लिए 22 और कक्षा 11वीं-12वीं के लिए 43 कौशल विषय दिए गए हैं। इन विषयों की सूची संबंधित नौकरी भूमिकाओं और अंकों के वितरण के साथ भेजी गई है। संबद्ध स्कूलों को किसी भी स्तर पर कौशल मॉड्यूल या विषय शुरू करने के लिए सीबीएसई से अलग से अनुमति लेने या सीबीएसई को कोई शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है। स्कूल को केवल ओएसआईएस फॉर्म में विवरण भरना होगा। आवश्यक विवरण प्रदान कर वे इनको चला सकेंगे।