Hindi Newsबिहार न्यूज़The hunger strike will continue New place will be announced soon Prashant Kishor roar after being released on bail

जारी रहेगा अनशन... नई जगह जल्द बताएंगे; बिना शर्त बेल पर छूटे प्रशांत किशोर की हुंकार

प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कर दिया है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में उनका आमरण अनशन जारी रहेगा। पीके ने कहा कि मेरा अनशन जारी था, जारी है, और आगे भी जारी रहेगा। कल अनशन की नई जगह की घोषणा कर दी जाएगी।

sandeep लाइव हिन्दुस्तान, पटनाMon, 6 Jan 2025 09:32 PM
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जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को बिना शर्त जमानत मिल गई। सोमवार का दिन पीके के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। पहले सुबह तड़के ही गांधी मैदान से पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया। फिर सिविल कोर्ट में पेशी हुई, जहां कोर्ट ने पीके को सशर्त जमानत तो दी। लेकिन प्रशांत किशोर ने बेल स्वीकार नहीं की। जिसके बाद उनको बेऊर जेल ले जाया गया। लेकिन इसी बीच कोर्ट से नया ऑर्डर बिना शर्त जमानत आ गया। जिसके बाद पीके निजी मुचलका भरने के बाद बिना शर्त जमानत पर रिहा हो गए। जिसके बाद उन्होने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आगे की रणनीति से पर्दा उठाया।

प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में उनका आमरण अनशन जारी रहेगा। पीके ने कहा कि मेरा अनशन जारी था, जारी है, और आगे भी जारी रहेगा। आज भी पूरा दिन पानी पर ही बिताया है। ये अनशन वापस नहीं ले रहा हूं। जल्द ही युवा संघर्ष समिति की बैठक होगी। जिसमें अनशन की जगह और स्वरुप की घोषणा होगी। पीके ने कहा कि बीपीएससी री एग्जाम की मांग को लेकर कल या परसों हम लोग पटना हाईकोर्ट मूव करेंगे। ताकि, सत्याग्रह के साथ लीगल मदद भी बच्चों को दी जा सके। हम लोग चुप बैठने वाले नहीं है। हजारों करोड़ का घोटाला हुआ है। ये बिहार के बच्चों का सवाल है।

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प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकारी अधिकारियों में कुछ लोगों में हीरो बनने की आदत हो गई है। पेपर नहीं थे, जबरदस्ती पकड़कर ले गए। गुनाह हमने नहीं किया, चार्ज हम पर नहीं है। लेकिन वर्दी का रौब दिखा रहे। कोर्ट ने ये दिखाया कि रूल ऑफ लॉ लागू है। बिहार सरकार के अधिकारी मनमानी नहीं सकते हैं। न प्रशांत किशोर के साथ न ही जिनके साथ हम लोग खड़े हैं।

उन्होंने कहा कि उनका सत्याग्रह कहीं से अवैध नहीं था, और कानून के किसी प्रावधान का उल्लंघन भी नहीं किया गया। पीके ने कहा कि जनबल के आगे कोई बल नहीं है और जनता का विश्वास और समर्थन उनकी बड़ी ताकत है। उनके अधिवक्ता कुमार अमित ने कहा कि जो धाराएं लगायी गयी थी, वे सारे जमानती थे।

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