राजधानी पटना में चोरों का आतंक, बंद घर से 36 लाख के गहने और छह लाख नकद उड़ाए
चोरी की सूचना पर पांच अगस्त को शेखर कुमार पटना पहुंचे तो पाया कि चोरों ने तीन आलमारी का ताला तोड़कर उनमें रखे छह लाख रुपये और 506 ग्राम भार के सोने के गहने गायब थे।
बिहार की राजधानी पटना में चोरों का आतंक है। जक्कनपुर स्थित बंद घर से चोरों ने करीब 36 लाख रुपए मूल्य के सोना-चांदी के गहने और छह लाख रुपये नकद चोरी कर लिए। पीड़ित परिवार के साथ महाराष्ट्र में रहते हैं। गृहस्वामी शेखर कुमार प्रसाद की शिकायत पर केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, जक्कनपुर थानेदार ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है, क्योंकि जिस आलमारी से चोरी की बात कही गई है वह सही पाई गई है। छानबीन की जा रही है। शेखर कुमार का महाराष्ट्र में कारोबार है। वह परिवार के साथ वहीं रहते हैं। करबिगहिया स्थित ब्राइट कैरियर स्कूल के समीप पुश्तैनी घर में उनके माता-पिता रहते थे।
बीते वर्ष दोनों की मृत्यु हो गई थी। शेखर कुमार ने पुलिस को बताया कि बीते 19 जुलाई को वह घर में ताला लाकर महाराष्ट्र गए थे। इसी बीच एक पड़ोसी ने उन्हें उनके घर का दरवाजा खुला होने की सूचना दी। जिसके बाद उन्होंने फोन कर एक लड़के को अपने घर पर भेजा तो उसने बताया कि घर का पूरा सामान बिखरा पड़ा है। वहीं, चोरी की सूचना पर पांच अगस्त को शेखर कुमार पटना पहुंचे तो पाया कि चोरों ने तीन आलमारी का ताला तोड़कर उनमें रखे छह लाख रुपये और 506 ग्राम भार के सोने के गहने सहित 280 ग्राम चांदी के गहने चुरा लिए हैं। घटना की शिकायत पर पांच अगस्त को पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
प्रशाखा पदाधिकारी के क्वार्टर से गहने चुराये
हाईकोर्ट के प्रशाखा पदाधिकारी सत्य प्रकाश के सरकारी क्वार्टर से चोरों ने महज तीन घंटे के भीतर 20 लाख के गहने और 50 हजार रुपए नकद की चोरी कर ली। घटना कोतवाली थानांतर्गत पटना हाईकोर्ट के सरकारी आवास परिसर के ब्लॉक संख्या-5 स्थित फ्लैट में छह अगस्त को हुई। प्रशाखा पदाधिकारी अपनी पत्नी के साथ सुबह के दस बजे किसी काम से बाहर निकले थे। दोपहर के एक बजे जब वे वापस अपने घर लौटे तो मुख्य दरवाजे की कुंडी टूटी देखा। अंदर जाने पर कमरे में रखी अलमारी से 20 लाख के जेवरात और 50 हजार नकद रुपये गायब थे। इसका पता चलने के बाद उन्होंने कोतवाली पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारी ने छानबीन की।
सीसीटीवी कैमरा निकला खराब
आवास परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। लेकिन जब पुलिस ने कैमरे का फुटेज निकालना चाहा तो पता चला कि वह खराब है। कैमरे के डीवीआर से छेड़छाड़ की गयी थी। पीड़ित ने आवास परिसर में तैनात गार्ड पर शक जाहिर किया है। गार्ड का कहना है कि उसने किसी को आते नहीं देखा। गार्ड का बयान भी संदेहास्पद है।
जिस तरीके से चोरों ने घटना को अंजाम दिया है उससे साफ है कि गिरोह ने पहले घर की रेकी की। उन्हें पता था कि इस वक्त वहां कोई भी नहीं है।