झूठ बोल रहे, RJD के जंगलराज में सबसे अधिक पलायन; तेजस्वी के ट्वीट पर BJP ने लालू को लपेटा
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बिहार से पलायन को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव सफेद झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजद शासनकाल में बिहार में भय का वातावरण था। जंगलराज की स्थिति थी। सबसे ज्यादा पलायन उसी समय हुआ।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बिहार से पलायन को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पोस्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव सफेद झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजद शासनकाल में बिहार में भय का वातावरण था। जंगलराज की स्थिति थी। राज्य के लोग भयभीत थे। बिहार में सबसे ज्यादा पलायन जंगलराज की सरकार में हुआ।
उन्होंने कहा कि राजद शासन में बिहार के लोग अपनी जान और प्रतिष्ठा बचाने के लिए बाहर गए। भय के कारण ही लोग रोजगार के लिए बिहार से बाहर गए और दूसरे राज्यों में सेट कर गए। अब उनके लिए बाहर और बिहार दोनों जगह घर है। आज बिहार में पलायन पहले से काफी कम हुआ है।
तेजस्वी बताएं राजद शासनकाल में क्यों पलायन हुआ
इधर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव को पहले लालू यादव के राज में पलायन का आंकड़ा जारी करना चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि उनके पिता लालू प्रसाद के शासनकाल में बिहार के लोग क्यों पलायन कर रहे थे? उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद शासनकाल में अपराध और लूट चरम पर था। लोग भयभीत रहते थे। तब जंगलराज की स्थिति थी। तेजस्वी को बताना चाहिए कि जंगलराज में पलायन क्यों हुआ था?
क्या बोले तेजस्वी?
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप लगाया कि बिहार को केंद्र से उसका हक नहीं मिल पा रहा है। दावा किया कि राज्य से प्रतिवर्ष तीन करोड़ लोग पलायन कर रहे हैं।
गुरुवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्होंने आरोप लगाया कि लगभग 10 वर्षों से बिहार में डबल इंजन की सरकार है। बिहार ने एनडीए को वर्ष 2014 में 31, वर्ष 2019 में 39 और वर्ष 2024 में 30 सांसद दिए। बावजूद बिहार को उसका वाजिब हक-अधिकार नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनने पर बिहार के श्रमवीरों को बिहार में ही काम देंगे। खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां, औद्योगिक क्लस्टर एवं उद्योग-धंधे स्थापित करेंगे तथा सबको अपने गृह राज्य बिहार में ही काम मिलेगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र द्वारा संसद में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार बिहार से प्रतिवर्ष लगभग 3 करोड़ लोग पलायन करते हैं। ये वह आंकड़े हैं, जो श्रम विभाग के पोर्टल पर पंजीकृत हैं। उन्होंने कहा कि एक अनुमान के अनुसार बिहार से लगभग पांच करोड़ लोग प्रतिवर्ष अस्थायी नौकरी-रोजगार के लिए पलायन करते हैं। उन्होंने 20 वर्षों की एनडीए सरकार में पलायन के आंकड़े को भयावह बताया। आरोप लगाया कि 20 वर्षों में एनडीए सरकार ने बिहार में उद्योग-धंधे लगाने की दिशा में सकारात्मक कार्य नहीं किए।