आरजेडी में फांकेबाजी करने वालों को पद नहीं मिलेंगे, तेजस्वी यादव की पार्टी नेताओं को दो-टूक
तेजस्वी यादव ने आरजेडी नेताओं को सख्त चेतावनी देते हुए अनुशासन में रहते हुए पार्टी का काम करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि फांकेबाजी करने वालों को पार्टी में जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेताओं को अनुशासन में रहने और गलत बयानबाजी न करने की सख्त हिदायत दी है। पटना में शनिवार को आयोजित आरजेडी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने कहा कि फांकेबाजी करने वाले नेताओं को पद और जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। पार्टी में किसी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आरजेडी नेताओं को बड़े स्तर पर सदस्यता अभियान चलाने के साथ ही हर बूथ पर कम से कम दो क्रियाशील सदस्य बनाने के निर्देश को गंभीरता से लेने को कहा। साथ ही हर बूथ पर कमेटी बनाने पर भी जोर दिया गया।
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में तेजस्वी प्रसाद यादव की तारीफ की और उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि तेजस्वी काफी मेहनत कर रहे हैं। अब तक हजारों किलोमीटर की यात्रा उन्होंने पूरी की है। देखकर खुशी होती है कि जिस समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को लेकर आरजेडी का गठन हुआ था उसे वे आगे बढ़ा रहे हैं।
राष्ट्रीय अधिवेशन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि पार्टी के लिए काम करने वालों को ही जिम्मेदारी और उचित सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “खुशी की बात है कि पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी महाधिवेशन का निर्णय लिया गया है। काफी कठिन परिस्थितियों में आरजेडी का गठन हुआ था।”
सांगठनिक चुनाव की घोषणा
इस बैठक में आरजेडी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी ने रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि आरजेडी पहले राष्ट्रीय पार्टी थी, अभी क्षेत्रीय दल की मान्यता है। पार्टी का विस्तार सभी राज्यों में संगठन को मजबूत बनाकर पुन: राष्ट्रीय दल की मान्यता हासिल करनी है। चितरंजन गगन ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया, जिसमें तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के अपने पूर्व के संकल्प को दुहराया। जबकि, सत्र 2025-2028 के लिए पार्टी के सांगठनिक चुनाव का प्रस्ताव पूर्व विधायक भोला यादव ने पेश किया। वहीं, इस चुनाव के लिए डॉ. रामचंद्र पूर्वे को राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी एवं प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन को राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी मनोनीत किया गया।
राष्ट्रीय अधिवेशन में करीब 300 प्रतिनिधि हुए शामिल
आरजेडी के राष्ट्रीय अधिवेशन में करीब 300 प्रतिनिधि शामिल हुए। इनमें 22 राज्यों की इकाइयों के अध्यक्ष एवं महासचिव, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं विशेष आमंत्रित सदस्य थे। बैठक को नागालैंड के सेंथिल जानी, महाराष्ट्र की सुशील मोहाले, झारखंड के विधायक सुरेश पासवान, दिल्ली के मनोज चौधरी, स्वीटी सीमा हेम्ब्रम ने भी संबोधित किया। बैठक में शिवानंद तिवारी, कांति सिंह, जयप्रकाश नारायण यादव, प्रेम गुप्ता, अभय कुशवाहा, उदय नारायण चौधरी, मंगनीलाल मंडल, संजय यादव, मनोज झा, डॉ. रामचंद्र पूर्वे , मीसा भारती, रोहिणी आचार्य, तेजप्रताप यादव, शिवचंद्र राम आदि शामिल हुए। बैठक में प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह और उनके पुत्र सांसद सुधाकर सिंह की गैरमौजूदगी पर सवाल उठता रहा।