भ्रष्ट अधिकारी पर निगरानी का शिकंजा, पूर्णिया ASO के पटना समेत तीन ठिकानों पर रेड
- पूर्णिया के एएसओ मुकुल कुमार झा के तीन ठिकानों पर दबिश दी गयी है। मामला आय से अधिक संपत्ति का है। दर्ज मामले के अनुसार उन पर आय से 56 लाख से अधिक का आरोप है। इस मामले में पटना, पूर्णिया और भागलपुर स्थित ठिकानों पर निगरानी की कार्रवाई चल रही है।

बिहार के एक भ्रष्ट अधिकारी पर निगरानी विभाग ने शिकंजा कस दिया है। पूर्णिया के सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी(ASO) के ठिकानों पर विजिलेंस की छापेमारी कर रही है। एएसओ मुकुल कुमार झा के तीन ठिकानों पर दबिश दी गयी है। मामला आय से अधिक संपत्ति का है। दर्ज मामले के अनुसार उन पर आय से 56 लाख से अधिक का आरोप है। इस मामले में पटना, पूर्णिया और भागलपुर स्थित ठिकानों पर निगरानी की कार्रवाई चल रही है।
जानकारी के मुताबिक पटना हाईकोर्ट के आदेश पर मुकुल कुमार झा के खिलाफ निगरानी विभाग में यह केस दर्ज किया गया था। उस समय मुकुल झा वैशाली में सीओ थे। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत की गयी। आकलन के अनुसार उनके पास आय के ज्ञात श्रोतों से 56 लाख अधिक होने की शिकायत की गयी थी। तीनों ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। बरामदगी को लेकर अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गयी है।
पूर्णिया में हुई छापेमारी का नेतृत्व निगरानी के डीएसपी शशि शशि शेखर चौधरी कर रहे थे। लगभग छह घंटे की छापेमारी में टीम ने बन्दोबस्त पदाधिकारी के शहर स्थित सुभाषनगर मुहल्ले के किराये के आवास एवं दफ्तर को खंगाला, परन्तु यहां टीम को कोई भी आपत्ति जनक सामान हाथ नहीं लगा। टीम का नेतृत्व कर रहे निगरानी के डीएसपी ने बताया कि वर्ष 2021- 22 में मुकुल कुमार झा हाजीपुर के सीओ थे। उसी वक्त पटना उच्च न्यायालय ने आय से अधिक सम्पत्ति के मामले की जांच का निर्देश दिया था।
प्रारंभिक जांच में सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी झा के पास ज्ञात स्रोतों से 56 लाख की अवैध सम्पत्ति का मामले सामने आया। जिसके बाद 15 अप्रैल को पटना के निगरानी थाना में उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसी सिलसिले में टीम ने सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी के पूर्णिया स्थित दफ्तर एवं आवास के साथ भागलपुर तथा पटना के गोला रोड स्थित आवास पर निगरानी की टीम ने एक साथ छापेमारी की है। पूर्णिया में टीम को आपत्तिजनक सामान हाथ नहीं लगा है।
कई सीओ एवं राजस्व कर्मचारियों की सम्पत्ति की जांच को लेकर दायर हुई थी याचिका
-बताया जाता है कि हाजीपुर में पदस्थापित रहे कई सीओ एवं राजस्व कर्मचारियों की सम्पत्ति की जांच कराने के लिए पटना उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। उसी याचिका के आलोक में हाजीपुर के तत्कालीन सीओ एवं पूर्णिया के मौजूदा सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी के खिलाफ में निगरानी को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। निगरानी के डीएसपी ने बताया कि छापेमारी के बाद निगरानी की ओर से सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी पर नोटिस जारी किया जाएगा। मामले में उनसे पूछताछ होगी। इसके बाद अगली कार्रवाई होगी।
निगरानी की छापेमारी से मचा रहा हड़कंप
सुबह तकरीबन 10 बजे निगरानी की टीम पूर्णिया पहुंची थी। जैसे ही सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी के कार्यालय एवं आवास पर छापेमारी की खबर फैली की अन्य कार्यालयों के हाकिमों एवं बाबुओं में हड़कंप मच गया। लगभग छह घंटे तक दफ्तर एवं आवास पर दस्तावेजों को टीम ने खंगाला। बताया गया कि सुभाष नगर स्थित एक किराए के मकान में सहायक बन्दोबस्त पदाधिकारी रह रहे हैं।
उनका पूरा परिवार पटना स्थित गोला रोड में बने उनके आवास में रह रहा है। मसलन आवास पर टीम को कुछ नहीं मिला। इसके बाद टीम ने दफ्तर का कोना- कोना छाना एवं एक- एक दस्तावेज की बारीकी से जांच की। इस दौरान सहायक बन्दोवस्त पदाधिकारी मौजूद रहे। जब तक टीम सहायक बन्दोवस्त पदाधिकारी के दफ्तर में रही, तब तक आम से लेकर खास की नजर इस ओर गड़ी रही