शराब गटकता रहा, यात्रियों से गाली-गलौज; सप्तक्रांति एक्सप्रेस में सुपरवाइजर का उत्पात; RPF ने दबोचा
गोरखपुर से ट्रेन खुलने के बाद ही सुपरवाइजर लड़खड़ाते हुए यात्रियों से उलझने के साथ गाली-गलौज करने लगा। मना करने पर उग्र हो जाता। इस दौरान वह लगातार शराब गटकता रहा। मुजफ्फरपुर के कोचिंग डिपो अधिकारी से जानकारी मिलते ही ट्रेन के मुजफ्फरपुर पहुंचने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
दिल्ली से बिहार आ रही सप्तक्रांति एक्सप्रेस की एसी बोगी में नशे में धुत ट्रेन के सफाई सुपरवाइजर ने जमकर उत्पात मचाया। पैसेंजर के साथ बद यात्रियों की शिकायत पर मुजफ्फरपुर जंक्शन पर आरपीएफ ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया। आरोपी सुपरवाइजर वीरेन्द्र कुमार सिंह शहर के कटही पुल इलाके के नया टोला का निवासी है। वह प्राइवेट एजेंसी का स्टाफ है।
पीड़ित यात्रियों के मुताबिक गोरखपुर से ट्रेन खुलने के बाद ही सुपरवाइजर लड़खड़ाते हुए यात्रियों से उलझने के साथ गाली-गलौज करने लगा। मना करने पर उग्र हो जाता। इस दौरान वह लगातार शराब गटकता रहा। मुजफ्फरपुर के कोचिंग डिपो अधिकारी से जानकारी मिलते ही ट्रेन के मुजफ्फरपुर पहुंचने पर चेकिंग के क्रम में आरपीएफ टीम की नजर बोगी में यात्रियों के साथ बदसलूकी कर रहे सुपरवाइजर पर पड़ी।
आरपीएफ को अपनी ओर आते देख वह गालियां देते हुए ट्रेन से कूदकर भागने लगा। हालांकि आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार के नेतृत्व में एएसआई गिरिश कुमार ने दल-बल के साथ खदेड़ते हुए मुजफ्फरपुर यार्ड के दक्षिण वाशिंग पिट रोड में उसे पकड़ लिया।
नगर थाना में ब्रेथ एनालाइजर से हुई जांच हिरासत में लेने के बाद आरपीएफ ने नगर थाना ले जाकर ब्रेथ एनालाइजर से आरोपी सुपरवाइजर की जांच करवाई तो शराब पीने की पुष्टि हो गई। अल्कोहल रिजल्ट 178.4 एमजी प्रति 100 एमएल पाया गया। आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी इंस्पेक्टर के मुताबिक पूछताछ में आरोपी ने गोरखपुर से ट्रेन के खुलने के बाद से लेकर मुजफ्फरपुर आने तक शराब पीने की बात स्वीकारी है। मौके पर यात्रियों ने भी उसके बारे में शिकायत की थी।
रेल पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज
आरपीएफ ने गिरफ्तार सुपरवाइजर को आगे की कार्रवाई के लिए रेल पुलिस के हवाले कर दिया। उसके खिलाफ रेल पुलिस थाने में उत्पाद अधिनियम व अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि ट्रेन में सफाई सुपरवाइजर तक शराब की बोतल कैसे पहुंची थी।