Severe Heat Wave Hits Supaul Health Concerns Rise Amidst High Temperatures फिलहाल गर्मी-उमस से राहत के आसार नहीं, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आया, Supaul Hindi News - Hindustan
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फिलहाल गर्मी-उमस से राहत के आसार नहीं, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आया

सुपौल में शुक्रवार को गर्मी और उमस से लोग परेशान रहे। अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कृषि वैज्ञानिक ने जल संचयन की सलाह दी। जिला प्रशासन ने लू के मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाए हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, सुपौलSat, 17 May 2025 05:42 AM
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फिलहाल गर्मी-उमस से राहत के आसार नहीं, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आया

सुपौल, वरीय संवाददाता। जिले में शुक्रवार को उमसभरी गर्मी एवं तपिश से लोग परेशान रहे। सूर्य की किरणों के निकलते ही शरीर का झुलसना शुरू हो गया था जिसके चलते जन-जीवन पर असर-व्यस्त हो गया। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक मनोज कुमार ने बताया कि हीट वेब का असर देखने को मिला रहा है।किसानों को अपने खेत में प्रयाप्त मात्रा में जल संचयन करना चाहिए। बताया कि फिलहाल गर्मी और उमस से फिलहाल राहत के आसार नहीं दिख रहे हैं। उधर, किसान मनोज मंडल, मोहन यादव आदि ने बताया कि तेज गर्मी के कारण जमीन फट रही है।

नमी नहीं है। उधर, भीषण गर्मी के मद्देनजर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर है। लू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाए गए हैं। पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट उपलब्ध करा दिए गए हैं। रेफरल अस्पताल राघोपुर के प्रबंधक नोमान अहमद ने बताया कि गर्मी बढ़ने से मरीजों की संख्या बढ़ी है। पेट से संबंधित बीमारियों के अलावा वायरल बुखार के मरीजों की संख्या अधिक है। वहीं रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ. दीपनारायण राम ने कहा कि लोगों को खानपान पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। बाजार के चीजों से परहेज करने की जरूरत है। मौसमी बीमारी से बचने का उपाय बता रहे डॉक्टर: त्रिवेणीगंज। अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य जांच और इलाज कराने आने वाले मरीजों को यहां के डॉक्टरों द्वारा मौसम जनित बीमारी से बचने का उपाय बताया जा रहा है। इस मौसम में रोजाना 25-30 लोग सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द और एक दो डायरिया के मरीज स्वास्थ्य जांच और इलाज कराने आ रहे हैं। इसकी पुष्टि अस्पताल के डॉक्टर बीएन पासवान ने की। अस्पताल में बुखार और सर्दी-खांसी और अन्य मरीजों को बताया जा रहा है कि दोपहर के वक्त घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। बाहर निकलने से पहले पानी जरूर पीएं। ऐसे मौसम में आम का पन्ना, ओआरएस का घोल, बेल का शरबत पीएं और मौसमी फल खाएं। बीमार होने पर चिकित्सक की राय से दवा लें।

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