बिहार का घूसखोर दारोगा गिरफ्तार, निगरानी ने मुजफ्फरपुर में 11 हजार लेते रंगे हाथ दबोचा
निगरानी की टीम ने दारोगा को बनघारा बाजार के पास से पकड़ा। सुमनजी झा मूल रूप से मधुबनी जिले के भेजा थाना का निवासी है। गिरफ्तारी के समय वह हंगामा खड़ा करते हुए कुछ लोगों को जुटाकर निगरानी टीम से भिड़ गया। उसने माहौल बनाने की भी कोशिश की लेकिन उसकी दाल नहीं गली। उसके पास से घूस की राशि बरामद की गई।
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक भ्रष्ट लोकसेवक निगरानी के हत्थे चढ़ गया। विशेष निगरानी टीम ने बुधवार की देर शाम करीब सात बजे जिले के सिवाईपट्टी थाने में पदस्थापित दारोगा सुमन जी झा को 11 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ दबोच लिया। आरोपी दारोगा सुमन झा एक जमीन पर 144 की रिपोर्ट देने के लिए घूस ले रहा था। रिपोर्ट देने के लिए उसने जमीन धारक को परेशान करके रख दिया था। थक हारकर पीड़ित ने निगरानी विभाग की शरण ली थी। टीम की ओर से आरोप के सत्यापन के बाद यह कार्रवाई की गई है।
निगरानी की टीम ने दारोगा को बनघारा बाजार के पास से पकड़ा। सुमनजी झा मूल रूप से मधुबनी जिले के भेजा थाना का निवासी है। गिरफ्तारी के समय वह हंगामा खड़ा करते हुए कुछ लोगों को जुटाकर निगरानी टीम से भिड़ गया, लेकिन उसकी दाल नहीं गली। उसके पास से घूस की राशि बरामद की गई।
निगरानी डीएसपी श्यामबाबू प्रसाद ने बातया कि सिवाईपट्टी के टेंगरारी गांव के बैजू प्रसाद और रघुनाथ के बीच जमीन विवाद चल रहा था। एसडीओ पूर्वी ने सिवाईपट्टी थाने से विवादित जमीन पर 144 की रिपोर्ट मांगी थी। जांच सुमन जी झा को सौंपी गई थी। सुमन जी झा रिपोर्ट बनाने के लिए बैजू प्रसाद के पुत्र पवन कुमार से 11 हजार घूस मांग रहा था। रुपये नहीं मिलने पर विरोधी के पक्ष में रिपोर्ट बनाने की धमकी दे रहा था।
बीते नौ अगस्त को पवन ने निगरानी में घूस मांगे जाने शिकायत की। निगरानी ने सिवाईपट्टी आकर मामले का सत्यापन किया। घूस की राशि देने के लिए बुधवार की शाम पवन के साथ निगरानी की टीम सिवाईपट्टी पहुंची। जैसे ही सुमन जी झा ने पवन से रुपये लिए, निगरानी की टीम ने उसे दबोच लिया। टीम उसे लेकर पटना चली गई। गुरुवार को उसे निगरानी में कोर्ट में पेश किया जा सकता है। टीम अभी पूछताछ कर रही है।