अब देसी कट्टा लेकर स्कूल पहुंचा छात्र, मचा हंगामा तो बेटे को बचाने के लिए बाप ने लगाया एक जुगाड़
शिक्षकों की सूझ-बूझ के कारण पुलिस ने देसी कट्टा जब्त कर नौवीं कक्षा के छात्र को हिरासत में ले लिया। जानकारी के मुताबिक हिरासत में लिया गया छात्र स्थानीय सावंत पंचायत के बखड्डा का बताया गया है।
बिहार में छात्रों के बंदूक लेकर स्कूल पहुंचने का सिलसिला नहीं थम रहा है। अब बेगूसराय से भी एक ऐसी ही खबर सामने आई है। यहां नौवीं कक्षा का एक छात्र देसी कट्टा लेकर स्कूल पहुंचा था। जिले में छौड़ाही प्रखंड के उच्च विद्यालय मटिहानी का एक नाबालिग छात्र मंगलवार को देसी कट्टा लेकर विद्यालय पहुंच गया। हालांकि, शिक्षकों की सूझ-बूझ के कारण पुलिस ने देसी कट्टा जब्त कर नौवीं कक्षा के छात्र को हिरासत में ले लिया। जानकारी के मुताबिक हिरासत में लिया गया छात्र स्थानीय सावंत पंचायत के बखड्डा का बताया गया है। उसके घर पर भी पुलिस जांच में जुटी हुई है।
प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष सुमित शेखर ने बताया कि छात्र से हथियार के बारे में पूछताछ की जा रही है। वह किस मकसद से हथियार लेकर आया था, इस बारे में भी जांच चल रही है। जांच के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।
छात्र के पास से जब शिक्षकों को कट्टा मिला तब नाबालिग के पिता भी सूचना पर विद्यालय पहुंचे। इस क्रम में उन्होंने पुत्र के बचाव के लिए प्लास्टिक वाली पिस्तौल का जुगाड़ लगाया। लेकिन ऐन वक्त पर पुलिस विद्यालय कैंपस में आकर देसी कट्टा समेत छात्र को हिरासत में ले लिया।
छात्रों की कनपट्टी पर रख डराया
आपको याद दिला दें कि इसी महीने मोतिहारी जिले में स्थित एक स्कूल में भी नौवीं वर्ग का ही एक छात्र गन लेकर स्कूल आया था। स्कूल पहुंचने के बाद इस छात्र ने कुछ बच्चों की कनपट्टी पर यह गन सटा कर उन्हें डराया भी था। इससे भयभीत होकर छात्रों ने स्कूल में हंगामा मचा दिया था। किसी तरह स्कूल के हेडमास्टर ने छात्र को डांट-डपटकर उससे बंदूक ले ली थी। बाद में यह पता चला था कि वो हथियार चिड़िया मारने वाली एयरगन है।
नर्सरी के छात्र ने मार दी गोली
इसी साल जुलाई के महीने में सुपौल जिले में भी एक छात्र हथियार लेकर स्कूल पहुंचा था। नर्सरी में पढ़ने वाले 5 साल के इस छात्र ने 10 साल के एक छात्र पर गोली चला दी थी। यह घटना लालपट्टी इलाके में स्थित एक निजी स्कूल में हुई थी। नर्सरी के छात्र ने स्कूल बैग में छिपा कर यह गन अपने साथ लाया था। गनीमत यह रही थी कि गोली छात्र के हाथ में लगी थी और वो सिर्फ घायल ही हुआ था।